मध्यप्रदेश। हर साल देश और प्रदेश में शिक्षा का भारी भरकम बजट बनाया जाता है और बात जब सरकारी स्कूल की जाए तो, आँखों के सामने बदहाल और बेहाल स्कूल की तस्वीर नजर आती है। लेकिन प्राइवेट स्कूलों की तर्ज़ पर अब जबलपुर के भी सरकारी स्कूल वाईफाई, प्रोजेक्टर जैसी सुविधाओ से लैस होंगे। जिसके के तहत सरकारी स्कूलों में अब जल्द ही ब्लेक बोर्ड की जगह, स्मार्ट क्लास, इंटरनेट के जरिये आडियो वीडियो की मदद से बच्चों को पढ़ाया जायेगा।
योजना अधिकारी जिला शिक्षा विभाग रामानुज तिवारी के मुताबिक तकनीक का सहारा लेकर स्कूलो को हाई टेक करने में लगे शिक्षा विभाग की ये सारी कवायद सरकारी स्कूलो में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने और निजी स्कूलों को टक्कर देने की है। जबलपुर में शिक्षा विभाग ने अब सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर सुधार के साथ गुणवत्ता लाने के मकसद से सभी स्कूलों को तकनीकी रूप से हाईटेक बनाने का फैसला लिया है।
पहले चरण में 48 स्कूलों को किया गया चिन्हित
जिसके अंतर्गत पहले चरण में चिन्हित जिले के 48 स्कूलों को वाई फाई, इंटरनेट से जोड़ा जा रहा है और बच्चो को ब्लेक बोर्ड की जगह प्रोजेक्टर के जरिये पढ़ाया जायेगा। इसका उद्देश तकनीकी रूप से बच्चों को सक्षम बनाने के साथ आसान तरीके पढ़ाना और निजी स्कूलों को टक्कर देना है ऐसा माना जाता है की अगर आप किसी चीज को देखते या सुनते है तो आप को याद रहता है, उसे समझने में आसानी होती है विज्ञान और इतिहास जैसे विषयो के लिए ये तकनीक बेहद कारगार साबित होगी।
ब्लैक बोर्ड की जगह अब होंगी स्मार्ट क्लासेस
इसके अलावा अन्य विषयो की पढ़ाई के लिए भी इस तकनीक का इस्तेमाल बच्चो के लिए लाभ कारी साबित होगा। शासकीय स्कूलों को स्मार्ट बनाने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा स्मार्ट क्लासेस का प्रोजेक्ट तैयार किया जा रहा है। इसमें देशभर से अलग-अलग विषयों जैसे गणित, हिस्ट्री, ज्योग्राफी, हिन्दी सहित अन्य विषयों में पारंगत शिक्षाविदों के माध्यम से मटेरियल तैयार करवाया जाएगा जिसे स्मार्ट क्लासेस के माध्यम से छात्रों तक पहुंचाया जाएगा।