उज्जैन। चार साल की बच्ची की हत्या उसके पड़ोसी ने ही की थी। आरोपी बाहर खेल रही बच्ची को घर ले गया। उसके साथ गलत काम करने की कोशिश की। शोर मचाने पर बच्ची का मुंह दबा दिया, जिससे उसकी सांसें थम गईं। मां-बहन और दोस्त की मदद से शव को बोरे में बंद कर नाले के पास फेंक दिया। बचने के लिए पुलिस को बच्ची के हौज में डूबने पर मौत की झूठी कहानी बता दी। हालांकि, CCTV फुटेज और शॉर्ट पीएम रिपोर्ट से मामले का खुलासा हो गया।
पुलिस ने मुख्य आरोपी अजय और शव को ठिकाने लगाने में मदद करने वाले विक्की, अजय की बहन रानू और मां मिलन बाई को गिरफ्तार कर लिया है।
छतों पर ड्रोन से की गई सर्चिंग
चिमनगंज क्षेत्र स्थित कमल कॉलोनी की रहने वाली चार साल की बच्ची 6 जून दोपहर करीब 3 बजे लापता हो गई थी। करीब तीन घंटे तक परिवार वाले बच्ची को खोजते रहे। शाम को थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। एसपी सचिन शर्मा ने मोहल्ले में ही छानबीन कराई। यहां तक कि ड्रोन की मदद से छतों पर सर्चिंग की गई, लेकिन बच्ची का पता नहीं चला।
सीसीटीवी में बोरा ले जाते दिखा
बुधवार सुबह तक दो दर्जन से ज्यादा सीसीटीवी खंगाले गए। इनमें एक कैमरे में आरोपी विक्की स्कूटी पर बोरा ले जाते दिखा। इस दौरान, पुलिस को पता चल चुका था कि घटना वाले दिन अजय के घर पर विक्की आया था। दोनों आपस में दोस्त हैं। अजय बच्ची के सामने वाले मकान में रहता है। इसके बाद पुलिस ने पहले विक्की और उसके साथी अजय से पूछताछ की।
नाले के पास बोरे मे मिला मासूम का शव…
पुलिस को बताई झूठी कहानी, पीएम रिपोर्ट में खुलासा
दोनों आरोपी काफी देर तक पुलिस को गुमराह करते रहे। सख्ती के बाद आरोपियों ने पुलिस को बताया कि घर में खेलते हुए बच्ची पानी से भरे हौज में डूब गई थी, जिससे हम लोग डर गए। बच्ची की लाश को बोरे में बंद कर नाले में फेंक दिया था।
गुरुवार रात आई शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में पता चला कि बच्ची की मौत मुंह दबाने हुई है। शरीर पर निशान भी मिले हैं। यही नहीं, बच्ची के प्राइवेट पार्ट पर भी चोट के निशान मिले हैं।
एएसपी आकाश भूरिया ने बताया कि चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। दुष्कर्म की पुष्टि के लिए सैंपल जांच के लिए भेजा है। रिपोर्ट आने पर धारा 376 भी बढ़ाई जाएगी।
बेटे ने बच्ची को मारा, मां-बहन ने शव को ठिकाने लगवाया
मंगलवार दोपहर 2 बजे तक बच्ची घर के बाहर खेल रही थी। इसका वीडियो भी सामने आया था। एसपी सचिन शर्मा ने बताया कि दोपहर करीब तीन बजे अजय बच्ची को बुरी नीयत से उठा ले गया। उसके साथ दुष्कर्म का प्रयास करने लगा। बच्ची के शोर मचाने पर आरोपी ने उसका मुंह दबा दिया, जिससे उसकी मौत हो गई।
स्कूटी पर आरोपी बच्ची का शव बोरे में ले जाता दिखा।
इसकी भनक आरोपी की मां मिलनबाई और बहन रानू को लगी, तो उसने दोस्त विक्की ठाकुर को बुला लिया। विक्की ने शव को ठिकाने लगाने के लिए पहले उसे घर में पानी से भरी हौज में डुबा दिया। कुछ देर बाद उसे पानी से निकालकर बोरे में बंद किया। शाम करीब 5 बजे विक्की एक्टिवा पर बोरे को रखकर वाल्मीकि धाम के पास नाले पर पहुंचा। यहां वो बोरे को नाले में फेंककर आ गया।
अब घर तोड़ने की तैयारी
बच्ची का शव मिलने और आरोपियों को हिरासत में लेने के बाद ही लोग आक्रोशित हो गए। पीएम के बाद गुरुवार को परिजनों ने आगर रोड पर चक्काजाम किया। साथ ही, आरोपियों के घर पर भी हंगामा किया। हालांकि, प्रशासन ने पीड़ित परिवार को 50 हजार रुपए और कुछ समाजसेवियों ने भी आर्थिक मदद की है। इधर, आरोपियों के मकान तोड़ने की तैयारी शुरू हो गई। नगर निगम ने आरोपियों के मकान पर अवैध निर्माण का नोटिस चस्पा कर दिया।
डायटम टेस्ट के लिए भोपाल भेजा सैंपल
घटना की स्पष्ट वजह पोस्टमॉर्टम के दौरान किए जाने वाले डायटम टेस्ट से पता चल सकेगी। इसके लिए सैंपल भोपाल भेजा गया है। दो दिन बाद रिपोर्ट आएगी। इस जांच से स्पष्ट हो जाएगा कि बालिका की हत्या पानी में डुबोकर की गई है या नहीं। इसके अलावा, बच्ची का डीएनए टेस्ट भी करवाया जाएगा। बालिका का पीएम तीन डॉक्टर भोजराज शर्मा, डॉ. नीतराज गौड़, डॉ. अदिति सिंह और एफएसएल अधिकारी प्रीति गायकवाड़ ने किया। डॉक्टर्स पैनल की रिपोर्ट के आधार पर धारा भी बढ़ाई जाएगी।
क्या होता है डायटम टेस्ट
तालाब, झील, नहर व नाले में डायटम नाम का पदार्थ पाया जाता है। यदि किसी की पानी में डूबकर मौत होती है, तो वह व्यक्ति सांस नहीं ले पाता। इस कारण गले व अन्य रास्तों के माध्यम से शरीर के अंदर पानी प्रवेश करता है। जहां थोड़ी देर बाद व्यक्ति के ब्लड सर्कुलेशन बंद होने से उसकी मौत हो जाती है। इस प्रक्रिया में मृतक के शरीर में डायटम पाया जाता है। यदि किसी की हत्या कर शव पानी में फेंका जाए, तो उसके अंदर डायटम नहीं पाया जाता।