मध्यप्रदेश। चुनावी साल में शिवराज सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सीखो-कमाओ योजना की तर्ज पर मध्यप्रदेश में ‘मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना’ को मंजूरी दी है। इसका उद्देश्य प्रदेश में युवाओं को रोजगार हासिल करने के काबिल बनाना है। योजना के जरिए युवाओं को स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग दी जाएगी। ट्रेनिंग के दौरान स्टायपेंड भी मिलेगा। इसके लिए बाकायदा पोर्टल बनाया गया है।
ट्रेनिंग के बाद प्लेसमेंट भी मिलेगा
‘मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना’ के जरिए युवाओं को मध्यप्रदेश राज्य कौशल विकास एवं रोजगार निर्माण बोर्ड (MPSSDEGB) द्वारा SCVT का सर्टिफिकेशन दिया जाएगा। इससे नियमित रोजगार के अवसर मिलेंगे। यही नहीं, उन्हें कंपनियों में प्लेसमेंट भी उपलब्ध कराया जाएगा। कौन होंगे योजना के पात्र, कैसे मिलेगा लाभ, कितना स्टायपेंड मिलेगा, जानिए इस योजना से जुड़ी पूरी जानकारी…।
जहां भर्तियों की गुंजाइश, वहां परखेंगे संभावनाएं
सीएम शिवराज सिंह ने कहा- जहां सरकारी पदों पर भर्ती की गुंजाइश है, परीक्षण करके 15 अगस्त के बाद भी भर्ती की प्रक्रिया चालू रहेगी। स्वरोजगार के प्रयास भी लगातार चल रहे हैं। सभी जानते हैं कि हर महीने रोजगार दिवस का आयोजन किया जाता है। इस दिन करीब ढाई लाख नौजवानों को स्वरोजगार के लिए लोन मंजूर किए जाते हैं। जिसकी गारंटी सरकार लेती है, ब्याज का अनुदान भी देती है। स्वरोजगार के माध्यम से भी आजीविका के अवसर पैदा करने का प्रयास चल रहा है।