छतीसगढ। CG-PSC 2021 के नतीजे आए। टॉप 20 में जो नाम थे उन्हें लेकर भाजपा ने दावा किया कि ये सभी बड़े अफसर, कांग्रेस नेता और कारोबारियों के बच्चे हैं। इस सिलेक्शन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा है, लेकिन अब इस पूरे विवाद में नया मोड़ आ गया है।
पूर्व IAS और बीजेपी नेता ओपी चौधरी ने एक गुमनाम चिट्ठी सार्वजनिक की है। इस चिट्ठी में राज्य प्रशासनिक सेवा के लिए होने वाली परीक्षा का पर्चा लीक होने का जिक्र है। दावा किया जा रहा है कि CG-PSC की कोचिंग कर रहे एक स्टूडेंट ने ये चिट्ठी लिखी है और इसे सोशल मीडिया पर अब शेयर किया जा रहा है।
ये चिट्ठी सोशल मीडिया पर वायरल है।
चिट्ठी में स्टूडेंट की ओर से लिखा गया है कि बिलासपुर के गांधी चौक के हॉस्टल में राज्य सेवा परीक्षा-2021 की तैयारी करने वाले अभ्यर्थी रह रहे थे। इनमें एक गांजे का नशा करने वाला युवक मिला उसने कुछ अधिकारी और बड़े नेताओं का नाम लेकर कहा कि वो उनके परिचित और रिश्तेदार हैं। उस नशेड़ी युवक ने चिट्ठी लिखने वाले युवक के अन्य दोस्त को कुछ सवाल भेजे थे, युवक ने बताया कि जब PSC की मुख्य परीक्षा हो गई , तो उसके बाद पेपर्स के pdf आने लगे। मैं देख कर बहुत हैरान हुआ, मेरे कैज़ुअल फ्रेंड के पास जो प्रश्न उसके दोस्त ने भेजे थे। वो मुख्य परीक्षा के प्रश्न में शामिल थे। हिंदी के पेपर के बाद निबंध का पेपर देखा, वो भी 100% मैच हो रहे थे।
युवक ने चिट्ठी में आगे लिखा- कुछ महीने बीते मेरा वह कैज़ुअल फ्रेंड बाद में बिलासपुर छोड़कर भिलाई शिफ्ट हो गया था। इधर सितंबर 2022 में आरक्षण पर माननीय हाईकोर्ट के निर्णय के बाद, PSC 2021 के परिणाम भी रोक दिए गए थे । लेकिन जब अभी पिछले सप्ताह रिजल्ट रिलीज किया गया। तो मेरे कैज़ुअल फ्रेंड का कॉल आया उसने बताया कि उसका वह व्यसनी दोस्त का सिलेक्शन हो चुका है। यह सुनकर मेरा दिमाग सन्न पड़ गया। मैं पब्लिकली नहीं कह सकता। क्योंकि वे बहुत बड़े बड़े लोग हैं, वे मगरमच्छ हैं, हम जैसों को निगल जाएंगे। स्वयं की सुरक्षा कारणों से पहचान नहीं बता रहा हूं…।
रिटायर्ड जज से जांच की मांग
ओपी चौधरी ने इस पूरे मामले में रिटायर्ड जज से जांच करवाने की मांग की है। उन्होंने कहा- नेताओं, बड़े-बड़े अधिकारियों के परिवारों से एक साथ दो-दो लोगों के चयनित होने की बात आई, बेटा, बेटी, दामाद तक को चुना गया है। इस वजह से छत्तीसगढ़िया युवा ठगा हुआ महसूस कर रहा है। पारदर्शिता के लिए जो कदम अपेक्षित है जैसे आंसर शीट की कार्बन कॉपी देना, वीडियोग्राफी कराना या संशोधित मॉडल आंसर जारी करना उस पर पीएससी ने कभी पारदर्शिता नहीं बरती है। इन सब परिस्थितियों के मद्देनजर मैं जांच की मांग करता हूं ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके।
IAS टामन सोनवानी ने बंद किया फोन
छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष IAS टामन सिंह सोनवानी ने अपना फोन बंद कर लिया है। दो दिन से लगातार दैनिक भास्कर की टीम इस पूरे मामले में बात करने का प्रयास कर रही है। कई बार उनके मोबाइल नंबर पर कॉल किया गया। उन्होंने फोन कॉल रिसीव नहीं किया।, कई SMS भेजे गए। लेकिन जवाब नहीं दिया गया। और फिर फोन बंद कर लिया गया है।
इसके बाद PSC के सचिव IAS जेके ध्रुव को कॉल किया गया, उन्होंने भी फोन नहीं उठाया। इसके बाद उनके दफ्तर के लैंडलाइन नंबर पर संपर्क किया गया। दफ्तर के स्टाफ ने फोन उठाया ध्रुव के चेम्बर में कॉल ट्रांसफर की कुछ सेकंड होल्ड रिंग सुनाई दी, फिर कर्मचारी ने कह दिया कि साहब मीटिंग में हैं आप बाद में कॉल करें। मीटिंग किसकी है पूछे जाने पर कर्मचारी कह दिया कुछ ऑफिस सम्बंधी है।
इन नामों की वजह से विवाद
CG-PSC के रिजल्ट में टॉप 20 में जितने लोगों का नाम है, वे बड़े अधिकारियों, बिजनेसमैन या फिर कांग्रेस नेताओं के रिश्तेदार हैं। पहले क्रम पर प्रज्ञा नायक है जिनके पिता तो शिक्षा विभाग में कार्यरत हैं लेकिन इनके चाचा प्रकाश नायक पुलिस विभाग में डीएसपी रैंक के अधिकारी और राजनांदगांव में पदस्थ हैं। प्रज्ञा के भाई प्रखर नायक को भी टॉप टेन में जगह मिली है। दूसरे अंबर पर अनन्या अग्रवाल का नाम है जिसे एक बड़े कारोबारी परिवार का सदस्य होना बताया जा रहा है। इसके बाद शशांक गोयल और भूमिका कटिहार का नाम है। ये दोनों पति-पत्नी हैं जो कांग्रेस नेता सुधीर कटियार की बेटी और दामाद हैं।
सातवें रैंक पर नितेश का नाम है। सूची में इनका सरनेम उजागर नहीं किया गया है। इसे पीएससी के चेयरमैन टामन सोनवानी का दत्तक पुत्र बताया गया है। राज्यपाल के सचिव अमृत खलखो की बेटी नेहा और बेटे निखिल दोनों ने एक साथ टॉप 20 में जगह बनाई है। ये नौवें और 12 नंबर पर हैं। 11वें नंबर पर साक्षी ध्रुव का नाम है जो आईपीएस के एल ध्रुव की बेटी हैं। ध्रुव अभी बस्तर में आईजी रैंक के अधिकारी हैं। 16वें नंबर पर स्वर्णिम शुक्ला का नाम है। ये बिलासपुर कृषि उपज मंडी के अध्यक्ष, कांग्रेस नेता राजेंद्र शुक्ला के बेटे हैं।
CM ने कहा भाजपा सबूत दे माहौल खराब न करे
PSC 2021 के नतीजों के लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि प्रदेश में सिलेक्ट हुए कैंडिडेट्स में से किसी के ब्यूरोकैट और राजनीतिक परिवार का होना कोई अपराध नहीं है। पहले बीजेपी के समय में भी अफसर और राजनेताओं के बच्चों का सिलेक्शन हुआ है। और मेरे पास पहले भी सिलेक्ट हुए लोगों के नाम हैं। लेकिन उसे उजागर करूंगा तो उन बच्चों का मन खराब होगा।
सीएम ने कहा कि सोशल मीडिया में जो बातें उठाई जा रही है, वो दुर्भाग्यजनक है। अगर बीजेपी के पास तथ्य हैं तो उसे सामने लाये, चयन में कोई गड़बड़ी है तो जरूर दीजिए। इसकी जांच कराएंगे। बीजेपी प्रदेश का माहौल खराब कर रही है। केवल आरोप लगाने से आपका कद बड़ा नहीं होगा। बीजेपी नेताओं के बच्चों को अगर विधानसभा या लोकसभा में टिकट दिया जाता है। तब कहा जाता है कि योग्यता के आधार पर दिया गया है। लेकिन जब अधिकारियों और नेताओं के बच्चों का पीएससी की परीक्षा में सिलेक्शन हो रहा है, तब सवाल उठाए जा रहे हैं। ये बीजेपी का दोहरा चरित्र है।
अजय चंद्राकर ने बताया खगोलीय घटना
इस पूरे विवाद पर पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कांग्रेस पर व्यंग्यात्मक अंदाज में एक ट्वीट किया है। इसमें उन्होंने लिखा है- CG-PSC का रिजल्ट किसी अद्भुत खगोलीय घटना की तरह है…जो संयोग कभी-कभी बनता है..। ये संयाेग अनेक क्षेत्रों में बन रहा है ये सब प्राकृतिक रूप से हो रहा है… दोषी तो केवल – विपक्ष या जनता है।
सोशल मीडिया पर यूथ जता रहा चिंता