चंबल। भिंड में 14 महीने के बच्चे का अपहरण कर लिया गया। बुधवार शाम बच्चा घर के बाहर खेल रहा था। यहां से लापता हो गया। सूचना मिलते ही मौ और गोहद थाने से पुलिस फोर्स पाड़रिया गांव पहुंच गया। साइबर टीम ने भी जांच शुरू कर दी। 14 महीने का बच्चा ज्यादा चल-फिर नहीं सकता, इसीलिए इसे शुरुआत से ही अपहरण मानकर जांच की जाने लगी। 50 से ज्यादा जवानों ने गांव के एक-एक घर में सर्च किया। गांववालों ने भी पुलिस की मदद की।
पुलिस फोर्स बीहड़ों में उतर गया। 10 घंटे बाद गुरुवार सुबह 5 बजे बच्चा गांव के बाहर खेत में खेलता हुआ मिला। पुलिस की घेराबंदी के कारण बदमाश बच्चे को बाहर लेकर नहीं जा सके। बच्चे के पिता का दिल्ली में गजक का व्यापार है। चार भाई हैं। सभी के पास दो-दो बीघा जमीन है। चारों भाइयों में बच्चे के पिता की आर्थिक स्थिति ठीक है।
पुलिस ने गांव की घेराबंदी कर दी
मौ थाने के पाड़रिया गांव में रहने वाले रतीराम प्रजापति का 14 महीने का बेटा देवांश बुधवार शाम घर से गायब हो गया था। इस बात की सूचना मिलते ही भिंड SP मनीष खत्री ने तत्काल पुलिस फोर्स गांव में उतार दिया। गांव की घेराबंदी के निर्देश दिए। पुलिस ने शाम करीब 6 बजे से सर्च शुरू कर दी। रातभर मौ थाना प्रभारी उदयभान सिंह यादव, गोहद थाना प्रभारी राजकुमार शर्मा, साइबर टीम प्रभारी SI दीपेंद्र सिंह, SI शिवप्रताप सिंह समेत SDOP सौरभ कुमार ने मोर्चा संभाला। गांव के हर घर और कोने-कोने में सर्च किया गया। रात भर पुलिस जवान छानबीन करते रहे। इधर, बदमाश बालक को एक खेत की मेड़ पर छोड़कर भाग गए। सुबह टीम को बच्चा खेलता मिला। इसके बाद उसे उसकी मां के सुपुर्द कर दिया गया।
तीन बहनों में इकलौता भाई है देवांश
देवांश तीन बहनों में इकलौता भाई है। उसके अपहरण से घर में चीख-पुकार शुरू हो गई। मां बेहाल हो गई। पुलिस ने परिवार की जब गांव में किसी दुश्मनी आदि को लेकर पड़ताल शुरू की, तो कोई खास जानकारी नहीं मिली। हालांकि, पुलिस को नजदीकी लोगों पर शक था। गांव के नजदीक एक पोखर था। इसका भी पानी रात के समय पंप मोटर रखकर खाली कराया गया था। भिंड SP मनीष खत्री का कहना है कि पुलिस जवानों की मेहनत रंग लाई। मासूम का अपहरण करने के बाद बदमाशों को निकलने नहीं दिया। ग्रामीणों ने भी सपोर्ट किया।