रायपुर। ABVP ने रायपुर में पीएससी भर्ती में गड़बड़ी के विरोध में जमकर प्रदर्शन किया। CM आवास घेरने जा रहे कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई। प्रदर्शनकारियों को बूढ़ातालाब धरनास्थल के पास रोक लिया गया था।
बैरिकेडिंग तोड़कर कार्यकर्ता आगे बढ़ तो पुलिस ने उन्हें खींचकर दबोचा कुछ को गिरफ्तार भी कर लिया गया। काफी देर तक ये बवाल चला। कांग्रेस नेताओं, अफसरों के बच्चों का पीएससी में सिलेक्शन की वजह से ये बवाल उपजा है।
सीजीपीएससी 2021 के नतीजों में गड़बड़ी का दावा करते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने रायपुर में विरोध प्रदर्शन किया। बूढ़ातालाब धरना स्थल के पास काफी देर तक प्रदर्शनकारी नारेबाजी करते रहे। इसके बाद सीएम आवास घेरने के लिए आगे बढ़े.l गुरुवार को हुए इस विरोध प्रदर्शन मैं कई कॉलेज स्टूडेंट भी शामिल थे।
एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने पुलिस के साथ धक्का-मुक्की करते हुए श्याम टॉकीज के पास लगा बैरिकेड तोड़ दिया। बैरिकेड पर चढ़कर प्रदर्शनकारी आगे जाने का प्रयास करने लगे। इसके बाद मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों को नीचे खींचा उन्हें दबोचने लगे और जमीन पर पटका। कुछ को उठाकर पुलिस वाले अपने साथ ले जाने लगे। इसका विरोध करते हुए एबीवीपी कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ जबरदस्त धक्का-मुक्की हो गई। काफी देर तक यहां छात्र संगठन ने हंगामा किया इसके बाद जिला प्रशासन को जांच की मांग का ज्ञापन सौंपकर प्रदर्शन समेट लिया गया।
कांग्रेस बोली ये कुंठित भाजपाइयों की हताशा
प्रदेश में पीएससी चयन सूची पर भाजपा नेताओं की अनर्गल बयानबाजी पर कड़ी आपत्ति दर्ज करते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि छत्तीसगढ़ राज्य लोकसेवा आयोग एक संवैधानिक एजेंसी है, यह एक स्वायत्तशासी संस्था है।
कांग्रेस सरकार में हमेशा से ही संवैधानिक संस्थानों की मर्यादा और गरिमा के अनुरूप उनकी निष्पक्षता और विश्वसनीयता को बनाए रखने की जिम्मेदारी, सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। भर्ती, परीक्षा और चयन प्रक्रिया में राज्य सरकार का सीधे तौर पर कोई हस्तक्षेप नहीं रहा है। संवैधानिक संस्थानों, केंद्रीय जांच एजेंसियों और राजभवन तक का राजनीतिक उपयोग भारतीय जनता पार्टी का चरित्र है।