भिंड। रौन थाने के मछंड कस्बे में पांच वर्षीय मासूम का अहपरण कर हत्या करने वाले आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित आनलाइन गेम खेलने का शौकीन था। गेम में उस पर करीब 50 हजार रुपये का कर्जा हो गया था। तीन दिन पहले उसने अपना मोबाइल चार हजार रुपये में गिरबी रखा था। आरोपित ने मासूम का अपहरण फिरौती के लिए किया था। कमरे में जब बच्चा चिल्लाने लगा तो उसने तार से पैर बांधकर कपड़ा ठूंसकर पीले गमछे से हाथ बांधकर गला दबा दिया। पुलिस ने आरोपित को शुक्रवार सुबह बिस्वारी रोड से गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
पांच वर्षीय एकांश उर्फ गुल्लू पुत्र सुशील त्रिपाठी निवासी वार्ड पांच वार्ड चार में संतोष चौरसिया के चाचा की बेटी के यहां ट्यूशन पढ़ने के लिए जाता था। बुधवार को भी वह ट्यूशन पढ़ने के लिए गया हुआ था। ट्यूशन के बाद शाम को जब एकांश घर नहीं पहुंचा। एकांश के स्वजन को चिंता हुई, इसके बाद उन्होंने एकांश की पूछताछ करनी शुरू कर दी, तभी किसी ने बताया कि एकांश को वार्ड पांच में रहने वाले संतोष चौरसिया के घर जाते हुए देखा गया था। इसके बाद स्वजन संतोष के घर पहुंचे। स्वजन ने घर की तलाशी करनी शुरू कर दी। जब संतोष के स्वजन ने छत की दूसरी मंजिल पर कमरे में पड़े ताले को खोलने की बात कही तो उन्होंने कमरे में कोई न होने की आनाकानी शुरू कर दी। बाद में दबाव के चलते उन्होंने कमरा खोल दिया। कमरा खाली पड़ा हुआ था, लेकिन उसमें रखे कूलर की टटिया से एकांश के कपड़े दिखाई दे रहे थी। जब स्वजन की इस पर नजर पड़ी तो उन्होंने कूलर खुलवाया, कूलर के अंदर एकांश के गले में फंदा था और हाथ-पैर बंधे हुए थे। इसके बाद आनन-फानन में स्वजन उसे अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने बच्चे की मां की रिपोर्ट पर संतोष पुत्र रामहेत, अनीता पत्नी संतोष और बेटा उदित और नाबालिग बेटी के खिलाफ हत्या सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया था।
आनलाइन गेम का था कर्जा
एसडीओपी अवनीश बंसल ने बताया कि पूछताछ में आरोपित ने बताया कि वह मोबाइल पर आनलाइन गेम खेलता था। इससे उस पर करीब 50 हजार रुपये का कर्जा हो गया था। कर्जा पटाने के लिए उसने अपना मोबाइल चार हजार रुपये में गिरवी रखा था। बुधवार को जब मासूम एकांश उसे अकेला जाता हुआ दिखाई दिया तो उसे लगा कि इसका अपहरण कर स्वजन से फिरौती मांग लूंगा और रकम से कर्जा उतार देंगे। वह उसे बातों में लेकर दूसरी मंजिल पर ले गया। यहां उसने मासूम को कमरे में बंद किया तो वह चिल्लाने लगा। इस पर उसने बालक के बिजली के तार से पैर बांध दिए। वह चिल्ला नहीं सके इसलिए मुंह में कपड़ा ठूंस दिया और एक गमछे से हाथ बांधकर उसी से गला दबा दिया और उसे कूलर में बंद कर दिया। एसडीओपी का कहना है, कि आरोपित की मां और बहन को इसकी जानकारी तुरंत लग गई थी, लेकिन उन्होंने बालक के स्वजन को गुमराह कर घर की तलाशी देने में आनाकानी की। घटना के बाद आरोपित की मां की कई बार पति संतोष से बातचीत हुई। इसलिए वह भी आरोपित बनाए गए हैं।
आरोपित को बिस्वारी रोड से गिरफ्तार किया है। पूछताछ में बताया कि आनलाइन गेम और आइपीएल खेलने से उस पर कर्जा हो गया था। फिरौती के लिए बालक का अपहरण किया था। जब वह चिल्लाने लगा तब गमछे से उसका गला दबा दिया। सांस थमने पर उसे कूलर में बंद कर दिया था।