ग्वालियर। बे-मौसम बारिश के कारण वातावरण में ठंडक आ चुकी है। जिसके कारण बच्चे तेजी से बीमार हो रहे हैं। सर्दी,जुकाम,खांसी,बुखार ,उल्टी दस्त की शिकायत के साथ बच्चे अस्पताल पहुंंच रहे हैं। ऐसे में मौसम में बच्चों को ठंडी हवा से सुरक्षित रखना बेहद आवश्यक है। मौसम में अचानक से हुए परिवर्तन के कारण संक्रमण तेजी से फैल रहा है बच्चे से लेकर बड़े तक बीमार हो रहे हैं। लोगों को कफ एंड कोल्ड की शिकायत अधिक हो रही है।
छोटे बच्चों को ऐसे मौसम में हवा के सीधे संपर्क में आने से बचाने की आवश्यकता होती है। क्योंकि उनका शरीर कोमल होता है और वह जल्दी से बीमार हो जाते हैं। क्योंकि इस समय उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कमजोर होती है। इसलिए ठंडी हवा से तो बचाएं साथ ही बच्चों के खान पान पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। एक साल छोटे बच्चों को मां को दूध ही उपयुक्त है। हालांकि छह महीने के बाद बच्चों को ऊपर से दाल का पानी,दलिया, दाल, जूस आदि दे सकते हैं ।
लेकिन मां के दूध से अच्छा उनके लिए कोई पौष्टिक अहार नहीं है। जो बच्चे एक साल के हो चुके हैं उन्हें प्रोटीन डाइट जरूर दें, इसमें सोयाबीन, पनीर, चने, सूप, हरी सब्जियाों का जूस भी दे सकते हैं।घर के बाहर ले जाते समय उन्हें गर्म कपड़े पहना सकते हैं। क्योंकि ठंडी हवा की चपेट में आते ही बच्चों को सर्दी,जुकाम की शिकायत हो जाती है। बच्चों को गर्म पानी से ही हाथ पैर घुलवाएं और उन्हें नहलाएं क्यों इस मौसम में ठंडा पानी नुकसान दायक हो सकता है। बच्चों को कोई समस्या होने पर घबराएं नहीं बल्की हिम्मत से काम लें और उनका समय रहते उपचार कराएं।