इंदौर। पांचवीं-आठवीं परीक्षा की उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन काफी धीमा चल रहा है। ऐसे में पंद्रह मई तक रिजल्ट आना थोड़ा मुश्किल है, क्योंकि कापी जांचने में लगे शिक्षकों अधिक समय लगा रहा है। इसकी वजह यह है कि जांचने के बाद प्रत्येक प्रश्न के प्राप्त अंक पोर्टल पर अपलोड करना पड़ते है। पूरी प्रक्रिया में दस से पंद्रह मिनट लगते हैं। शिक्षकों की मांग है कि अंक चढ़ाने के लिए प्रत्येक मूल्यांकन केंद्र में कम्प्यूटर आपरेटर की व्यवस्था की जाए। हालांकि अधिकारियों ने इस दिशा में अभी कोई निर्णय नहीं लिया है।
अप्रैल तीसरी सप्ताह में पांचवीं-आठवीं की परीक्षा खत्म हुई। कापी जांचने का काम 23 अप्रैल से शुरू हुआ। प्रत्येक जिले में विकासखंड स्तर पर मूल्यांकन केंद्र बनाए है। शासकीय उत्कृष्ट हासे स्कूल देपालपुर, शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल रालामंडल, उत्कृष्ट हायर सेकेंडरी विद्यालय महू में, शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय सांवेर में, शारदा कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल शामिल है। देपालपुर, महू, सांवेर और भोपाल की कापियों का मूल्यांकन चल रहा है।
मूल्यांकन कार्य से इंदौर जिले से करीब 1500 शिक्षक एवं अन्य कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई है। अंग्रेजी माध्यम के विद्यार्थियों की कापियां जांचने के लिए निजी स्कूलों के 300 शिक्षकों की मदद ली है। अधिकारियों के मुताबिक दो लाख कापियां भोपाल से जंचने के लिए आई है।
मूल्यांकन करने के बाद शिक्षकों को पोर्टल पर मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से विद्यार्थियों के अंक अपलोड करना पड़ रहा है। कुछ शिक्षकों को अंक चढ़ाने में काफी समय लग रहा है। शिक्षकों ने इस बारे में अधिकारियों से चर्चा कर कहा कि प्रत्येक केंद्र पर एक आपरेटर रखा जाए।