मध्यप्रदेश। गोंडी पेंटिंग और लौह कलाकृति को जीआई टैग मिलने के बाद अब जिला प्रशासन ने मंगलवार को केंद्रीय विद्यालय परिसर में लौह कलाकृति, गोंडी पेंटिंग और मिलेट्स की प्रदर्शनी लगवाई। कलाकृतियों को देखकर छात्र-छात्राएं खुश हुए। वह बोले कि देखकर अच्छा लगा कि ये हमारे जिले की पहचान है। कलेक्टर विकास मिश्रा ने बताया कि लौह कलाकृति अब दुबई में भी दिखेंगी।
प्रदर्शनी देख खुश हुई छात्राएं
केंद्रीय विद्यालय परिसर में जिला प्रशासन की प्रदर्शनी देख छात्रा अनन्या शर्मा ने कहा कि आज पहली बार हमने जाना कि ये पेंटिंग हमारे जिले की है। वह बहुत अच्छी है, इसे हम लोग भी सीखेंगे। आज हमें गोंडी पेंटिंग, लौह कलाकृति और मिलेट्स के बारे में जानकारी मिली है। यह हमारी सेहत और ज्ञान के लिए बहुत जरूरी है। कृषि विभाग अधिकारी नेहा ने बताया कि मिलेट्स फैसले जैसे कोदो, कुटकी, रागी, सांवा, कंगनी, ज्वार, बाजरा के पोषक तत्व के महत्व और दैनिक आहार के रूप में कैसे सेवन करें, इसकी जानकारी भी छात्र छात्राओं को दी गई है।
कलाकार बोले- अब मिली पहचान
प्रदर्शनी में पहुंचे समनापुर विकासखण्ड के कुरैली गांव के लौह कलाकृति कलाकार विजय अगरिया ने बताया कि हमारा परिवार पुराने समय से लौह कलाकृति बना रहा है। अब धीरे-धीरे हमारे परिवार के साथ गांव के लोग सुभद्रा अगरिया, जानकी मरावी, राम बाई मरावी, देवकी धुर्वे, समली बाई, राम कुमार, संतोष सिंह, राम चरन, सुखराम भी बना रहे हैं। जीआई टैग मिल चुका है। जिला प्रशासन प्रदर्शनी लगा रहा है, जिससे हम लोगों को भी फायदा होगा।
दुबई जाएंगे लौह कलाकार
कलेक्टर विकास मिश्रा ने बताया कि कुरैली गांव के लौह कलाकार जल्द ही दुबई में जाकर लौह कलाकृति की प्रदर्शनी लगाने जा रहे हैं। उनके दस्तावेज तैयार करवाएं जा रहे हैं। डिंडौरी जिले प्राइवेट स्कूलों में भी प्रदर्शनी लगवाई जा रही है, जिससे स्कूल में पढ़ने वाले विद्यार्थियों भी इन कलाकृतियों और पेंटिंग के बारे में जान सकें।