हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर कमलापति स्टेशन किया गया और अब जबलपुर रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर रानी दुर्गावती करने की मांग भी उठाने लगी है। जबलपुर सांसद और रेलवे के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में जबलपुर स्टेशन के नाम बदलने की चर्चा हुई। हालांकि सांसद का कहना था कि किसी भी स्टेशन के नाम बदलने की प्रक्रिया लंबी होती है, जिसमें केंद्र सरकार की अनुमति लेना आवश्यक होता है। रेलवे के विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में पश्चिम मध्य रेलवे के जीएम सुधीर कुमार गुप्ता और डीआरएम विवेकशील भी मौजूद रहें।
जबलपुर रेलवे स्टेशन को एयरपोर्ट जैसा बनाने के लिए रेल मंत्रालय करीब 300 करोड़ रुपए खर्च करेगा, जिससे ना सिर्फ रेलवे स्टेशन का काया कल्प होगा बल्कि कई सुविधाएं भी मिलेगी। जबलपुर रेलवे स्टेशन में रीडेवलपमेंट के तहत जहां जबलपुर स्टेशन में पर्यटन स्थल भेड़ाघाट की झलक दिखाई देगी, वही स्टेशन के भीतर रूफ प्लाजा से लेकर दिव्यांगों के लिए सुविधाएं बेहतर बनाई जाएगी। कुल मिलाकर जबलपुर स्टेशन को हाईटेक स्टेशन बनाने की तैयारी की जा रहीं है। जबलपुर सांसद राकेश सिंह ने कहा कि रेलवे स्टेशनों के नाम भी गौंड राजाओं के नाम पर रखने की कवायद शुरू हो रहीं है।
लोकसभा के मुख्य सचेतक और सांसद राकेश ने रेलवे अधिकारियों के साथ आज एक मेराथन बैठक की। बैठक में रेलवे के विकास के साथ जबलपुर के विकास पर भी जोर दिया गया। पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर स्टेशन के रिडेवलपमेंट समेत यात्री सुविधाओं को लेकर बैठक में निर्णय लिए गए है। जबलपुर सांसद ने बताया कि स्टेशन के फर्स्ट फ्लोर पर यात्रियों के लिए रूफ प्लाजा बनाया जाएगा। इसके साथ ही स्टेशन में आने जाने के लिए दिव्यांगों का विशेष ध्यान रखा जाएगा।
यात्रियों को स्टेशन के अंदर एयरपोर्ट की तर्ज पर स्टेशन की बिल्डिंग मल्टी लेवल बनाई जाएगी,जिसमें एयरपोर्ट की तरह लाइटिंग से लेकर मुसाफिरों और उनके परिजनों को स्टेशन पर वेटिंग रूम से लेकर खाने पीने के लिए फूड कोर्ट जैसी तमाम लग्जरी सुविधाएं विकसित की जाएगी। इसके अलावा लोगों को भीड़ से बचाने स्टेशन पर जहां प्लेटफार्म और रेलवे ट्रैक के नीचे सब वे बनाए जाएंगे, ताकि यात्री बिना किसी परेशानी के स्टेशनों से बाहर निकल सकें। वहीं ट्रेनों के आगमन प्रस्थान से लेकर ट्रेनों से जुड़ी सभी जानकारियां लोगों को देने के लिए एलईडी डिस्प्ले लगाए जाएंगे ,इसके साथ ही यात्रियों की सुरक्षा के लिए स्टेशनों के चप्पे चप्पे पर हाई रेज्युलेशन कैमरे लगाए जाएंगे ,जिसके जरिए स्टेशन पर बने कंट्रोल रूम से हर गतिविधि पर नज़र रखी जाएगी।
जबलपुर सर्किट हाउस में संपन्न हुई बैठक में जहां भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन से जबलपुर स्टेशन को बेहतर बनाने पर जोर दिया गया। वहीं कोरोना काल मे बंद गाड़ियों को दोबारा पटरी पर लाने पर भी मंथन किया गया। बहरहाल जबलपुर रेलवे स्टेशन पर जैसे ही एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं मिलना शुरू होगी वैसे ही यात्रियों के जेब का बोझ भी बढ़ जाएगा।