इंदौर-भोपाल नेशनल हाईवे पर बसे गांव चितावलिया हेमा का माहौल बदला-बदला सा है। यहां कुबेरेश्वर धाम में 16 फरवरी से शुरू होने वाली कथा को सुनने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचने लगे हैं। कथास्थल पर लगे डोम फुल हो चुके हैं, इसलिए श्रद्धालु गांव में ही अपना ठिकाना ढूंढ रहे हैं। यही वजह है कि ग्रामीणों ने अपने घरों को होटल-धर्मशाला की तरह बना लिया है। खेत तक किराए पर दे दिए हैं। जहां जगह खाली बची, वहां पार्किंग बना ली है, जिसका बाकायदा चार्ज लिया जा रहा है।
मंगलवार सुबह से शाम के बीच महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, उप्र, बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ से हजारों श्रद्धालु यहां पहुंचे। रुकने के लिए डोम में जगह नहीं मिली तो गांव में कमरा किराए से लेने निकले। कानपुर (उप्र) से आईं उमा यादव ने बताया कि एक घर में रुकने के लिए एक दिन का किराया पांच हजार रुपए मांग रहे हैं, जबकि किसी निजी स्कूल में रुकना हो तो 1200 रुपए प्रतिदिन देना होंगे। बच्चे, बूढ़े और घर के युवक-युवतियां भी साथ में हैं। नहाने के लिए कुएं-बोरिंग के इस्तेमाल के भी 50 रुपए देना पड़ रहे हैं, जबकि घर के बाथरूम में नहाने के 100-100 रुपए वसूले जा रहे हैं।
खेत में खाने-पीने की चीजें बेचने वाले दुकानदार ने बताया कि खेत के 10 बाय 20 फीट के टुकड़े पर 8 दिन (15 से 21) फरवरी तक दुकान लगाने के लिए 15 हजार रु. खेत मालिक को देना पड़ेंगे। कुछ एडवांस दे चुके हैं। बाकी भी दो-तीन दिन में दे देंगे। फल का ठेला लगाने वाले रामप्रसाद ने बताया कि हमने भी इतना ही टुकड़ा किराए पर लिया है। आठ दिन तक ठेला लगाने के लिए 10 हजार रु. चुकाना पड़ेंगे।
टू-व्हीलर खड़ी करने का 10, फोरव्हीलर का 20 रु. चार्ज
चितावलिया हेमा, भटोनी रोड, नापलाखेड़ी और गुडबेला के आसपास जहां भी जगह खाली पड़ी है, वहां पुलिस ने पार्किंग व्यवस्था की है, वहीं जिन रास्तों से कुबेरेश्वर धाम का रूट बनाया गया है, उन रास्तों पर पड़ने वाले खेत के मालिकों ने भी पार्किंग बना ली है। कथा स्थल पर आने वाले श्रद्धालुओं से टू- व्हीलर के 10 व फोर व्हीलर के 20 रुपए पार्किंग शुल्क लिया जा रहा है।
24 घंटे में 30 काउंटर से बांटे जाएंगे 24 लाख रुद्राक्ष
महोत्सव में 16 से 21 फरवरी के बीच हर दिन 24 घंटे 30 काउंटरों से रुद्राक्ष बांटे जाएंगे। 22 एकड़ में बने रुद्राक्ष वितरण केंद्र तक पहुंचने के लिए पुलिस ने जिग-जैग पाइप लगाए हैं, ताकि श्रद्धालु आसानी से कतार में लगकर रुद्राक्ष प्राप्त कर सकें। सात दिन में 24 लाख रुद्राक्ष बांटने का लक्ष्य रखा गया है। इसकी पुष्टि खुद पं. प्रदीप मिश्रा ने की है। पुलिस ने भी सुरक्षा का दायरा बढ़ा दिया है।
रात में ट्रेनों की चेन पुलिंग कर दो घंटे में उतरे हजारों श्रद्धालु
रुद्राक्ष महोत्सव में शामिल हाेने के लिए महाराष्ट्र और बिहार की ट्रेनों से आए श्रद्धालुओं ने सीहोर में उतरने के लिए मंगलवार रात चेन पुलिंग तक कर दी। रात 8.30 से 10.30 बजे के बीच तीन ट्रेनों से 15 हजार से अधिक श्रद्धालु सीहोर रेलवे स्टेशन पर उतरे। स्टेशन पर उतरने के बाद सभी लोग ऑटो और अन्य यात्री वाहनों से कुबेरेश्वर धाम का पता पूछते नजर आए। सबसे पहले रात 9.30 बजे सोमनाथ एक्सप्रेस सीहोर स्टेशन पहुंची। बैरागढ़ से सीहोर के बीच तीन जगह चेन पुलिंग की गई। इस वजह से पचामा रेलवे स्टेशन पर 10 मिनट तक ट्रेन खड़ी रही। पटना के आदित्य कुमार ने बताया कि बैरागढ़ से सीहोर के बीच तीन जगह चेन की पुलिंग की गई। महाराष्ट्र के नागपुर से आई सुलोचना ठाकरे ने बताया कि वह ट्रेन से कथा सुनने और रुद्राक्ष लेने के लिए आए हैं। वह सोमनाथ एक्सप्रेस से आई हैं, रास्ते में कई जगह चेन पुलिंग हुई है। पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल ने बीते दिनाें भोपाल से इंदौर के बीच कई ट्रेनों को निरस्त कर दिया था। लाेगाें ने रुद्राक्ष महोत्सव और महाशिवरात्रि काे लेकर ट्रेनें फिर से चलाने की मांग की थी। इसके बाद इंदौर-भोपाल एक्सप्रेस और उज्जैन-भोपाल स्पेशल ट्रेन को 15 से 23 फरवरी तक के लिए फिर से शुरू कर दिया है। इनका सीहोर स्टेशन पर स्टॉपेज भी दिया गया है।
देशभर से पहुंचे 50 हजार श्रद्धालु, डोम फुल
मंगलवार शाम तक कथास्थल पर देशभर से 50 हजार से ज्यादा श्रद्धालु पहुंच चुके थे। उनके आने का क्रम लगातार जारी है। 52 एकड़ में फैले कुबरेश्वर धाम के कथा स्थल और पास में 18-18 हजार स्क्वेयर फीट के 5 डोम में श्रद्धालुओं के रुकने की व्यवस्था है। सभी डोम फुल हो चुके हैं और बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने किराए से मकान भी ले लिए हैं। वाहन फोरलेन पर खड़ा किया तो चालान बनेगा, जब्त भी होगा। पुलिस ने इंदौर-भोपाल फोरलेन पर वाहन खड़ा करना प्रतिबंधित कर दिया है। ट्रैफिक पुलिस के वाहन माइक पर बार-बार अनाउंस कर रहे हैं कि सड़क पर वाहन खड़े नहीं करें। वहीं बड़े-बड़े पोस्टर भी लगाए गए हैं कि वाहन फोरलेन पर खड़ा करने पर जुर्माना भरना पड़ेगा और वाहन भी जब्त हो जाएगा।
कुबेरेश्वर धाम के मुख्य मार्ग से आवाजाही बंद की गई
इंदौर-भोपाल फोरलेन पर बसे चितावलिया हेमा गांव से होकर गुजरने वाले कुबेरेश्वर धाम के मुख्य मार्ग से आवाजाही बंद कर दी गई है। श्रद्धालुओं को इंदौर वाले मार्ग पर एक किमी दूर भटोनी रोड कट से पांच किमी का फेरा लगाकर कथास्थल तक पहुंचाना होगा। हालांकि श्रद्धालु अपने निजी या किराए के वाहन को कथा स्थल से डेढ़ सौ मीटर पहले वाहन पार्किंग में खड़ा करके पैदल पहुंच सकते हैं। हादसे रोकने के लिए फोरलेन पर स्थित चितावलिया हेमा और सामने बसे गुड़भेला गांव के बीच के कट पॉइंट को पुलिस ने जेसीबी से खुदवाकर ट्रेंच बनवा दिया है, ताकि बीच से बाइक, ऑटो या छोटे वाहन क्रॉस न कर सकें।