प्रदेश के सरकारी स्कूल दुर्दशा के शिकार है।भले ही सरकार इन स्कूलों की हालत सुधारने की बात तो करती है लेकिन जमीनी स्थिति कुछ और ही है।छिंदवाड़ा के चंदनगांव स्कूल की महिला प्राचार्या ने जो नवाचार किया है वह काबिले तारीफ है।दो माह पहले गणित की टीचर से प्रभारी प्राचार्य बनने के बाद शैली यादव ने सरकारी फंड बिना ही स्कूल की तस्वीर बदल डाली।प्राचार्या ने जनसहयोग से स्कूल में बढ़ती चोरी और बच्चों के आपसी विवाद पर रोक लगाने पूरे स्कूल कैंपस का सीसीटीवी कैमरे से लैस कर दिया।
छिंदवाड़ा में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की महिला प्राचार्य ने नवाचार करते हुए सरकारी स्कूल बिल्डिंग को सीसीटीवी और स्मार्ट टीवी से लैस किया। उनकी इस अनोखी पहल की तारीफ स्थानीय लोग केे साथ बच्चो के परिजन भी कर रहे हैं।चंदनगांव स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की प्राचार्य शैली यादव का कहना है कि नवंबर माह में प्राचार्य का प्रभार मिलने के बाद सबसे बड़ी चुनौती थी कि स्कूल में घटने वाली अप्रिय घटनाओं पर रोक लगाना था। इसलिए मैंने विचार किया कि स्कूल बिल्डिंग को सीसीटीवी कैमरे से लैस कर दिया जाए तो स्कूल में चोरी और बच्चों के आपसी वाद विवाद जैसी घटनाओं में काफी हद तक रोक लगाई जा सकती है। लेकिन स्कूल में फंड के अभाव इसमें सबसे बड़ा रोड़ा था। जब हमने स्कूल में गणतंत्र पर आयोजित कार्यक्रम में स्थानीय जन प्रतिनिधियों को इस समस्या से अवगत कराया तो स्थानीय सुनील यादव ने अपने परिजन की स्मृति में सीसीटीवी और बच्चों के लिए 55इंच की स्मार्ट टीवी दे दी।स्कूल प्रबंधन के अलग अलग स्थानों पर लगभग 6सीसीटीवी कैमरे लगा दिए है।स्कूल में जिन स्थानों में अंधेरा था उनमें लाइट लगाकर उनको भी कैमरे की जद में ले लिया।
पूर्व में परासिया एक्सीलेंस स्कूल में शिक्षिका रहते हुए WCL के सीएसआर फंड से कराया था स्कूल का डेवलपमेंट
स्कूल की प्राचार्य का कहना है कि पूर्व में मैं कोयलांचल के एक्सिलेंस स्कूल में सेवाए दे चुकी हूं ।इस दौरान मैंने स्कूल के विकास के लिए WCL के सीएसआर फंड से काफी काम करवाए थे। हालाकि वहां फंड की भी ज्यादा समस्या नहीं थी।
प्राचार्य के नवाचार से छात्रों को स्मार्ट क्लास के मिली 55 इंची एलईडी गणित की शिक्षिका शैली यादव का कहना है कि कोयलांचल के एक्सिलेंस स्कूल पूरी तरह से हाईटेक था वहां बच्चों की स्मार्ट के लिए एल ई डी टीवी,सीसीटीवी कैमरे जैसी तमाम आधुनिक सुविधाओं से युक्त था। प्रधानमंत्री के परीक्षा पर चर्चा सहित अन्य मुख्य कार्यक्रम एलईडी टीवी से संचालित हो जाते थे।लेकिन वर्तमान में हमारे चंदनगांव स्कूल में पीएम ली परीक्षा पर चर्चा जैसे कार्यक्रम एक लैपटॉप पर बहुत से बच्चों को दिखाया जाता था।जो कि संभव नही था।इसी को देखते हुए स्कूल छात्रों के लिए 55इंची एलईडी भी जुटाया।26जनवरी को स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों ने सीसीटीवी कैमरे और एलईडी के स्वीकृति देकर अगले 2दिन बाद दोनो सामग्री उपलब्ध करवा दी।
सीसीटीवी कैमरे के डर से स्कूल कैंपस में छात्रों के आपसी विवादों में आई कमी
स्कूल प्राचार्य शैली यादव का कहना है कि सीसीटीवी कैमरे लगने की वजह स्कूल में छात्रों के बीच के माहौल में भी सुधार आया है। भले ही सीसीटीवी कैमरे लगे कुछ ही दिन हुए है लेकिन प्राथमिक तौर पर देखेने में आया है कि स्कूल कैंपस में छात्र छात्राओं के बीच होने वाले आपसी विवाद न के बराबर हो रहे हैं।
जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा अच्छी पहल
जिला शिक्षा अधिकारी गोपाल सिंह बघेल ने कहा कि जिले कुछ सरकारी स्कूल में चोरी जैसी अप्रिय घटनाओं की शिकायते मिलती थी। चंदनगांव स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की अच्छी पहल है। इससे चोरी सहित अन्य घटनाओं में कमी आयेगी। हालाकि स्कूलों मे सीसीटीवी कैमरे सहित अन्य सामग्री के लिए अलग से कोई फंड नही होता है।लेकिन फिर भी स्कूल प्रबंधन चाहे तो कंटेलजेंसी फंड से स्कूल में काम करवा सकता है।
स्कूल की प्राचार्य शैली यादव का कहना है कि मैं पिछले 2 वर्षों से चंदनगांव स्कूल में पदस्थ हूं।नवंबर माह में ही मुझे प्राचार्य का प्रभार मिला है।मैने पिछले 2 वर्षो के दौरान देखा कि आए दिन स्कूल कैंपस में चोरी सहित बच्चों के आपसी विवाद की घटनाएं सामने आती थी। इसको में कमी लगाना हमारी प्राथमिकता थी। इसी के चलते हमने यह नवाचार किया है।