भोपाल में एक 11वीं के छात्र ने स्कूल की बगल वाली 3 मंजिला बिल्डिंग से छलांग लगा दी। एक युवक उसे बचाने छत पर भी पहुंचा। वह उसे पकड़ पाता, उससे पहले छात्र कूद गया और नीचे खड़े ASI पर गिरा। छात्र को बचाने के प्रयास में ASI का हाथ टूट गया। छात्र भी घायल हुआ है। छात्र ने ये कदम उठाने से पहले बुधवार रात को एक सोशल मीडिया पोस्ट लिखी थी- सॉरी मां कल शायद मैं नहीं रहूंगा। उसके दोस्तों ने इसकी वजह पूछी, लेकिन उसने किसी को कुछ नहीं बताया।
मामला गुरुवार सुबह कोलार इलाके का है। छात्र को शाहपुरा पुलिस ने चोरी के आरोप में पकड़ा था। इसके बाद साथी छात्र उसे चोर कहकर बुलाने लगे। स्कूल प्रिंसिपल से बात करने के बाद वह बाहर आया और सुसाइड करने की कोशिश की।
घटना की जानकारी लगने के बाद छात्र की मां और पिता जेके अस्पताल पहुंचे। इस दौरान मां रोती रही। बताया कि बेटे को पढ़ने नहीं दिया जा रहा था। इससे वह तनाव में आ गया। उसने सोशल मीडिया में एक दिन पहले लिखा- सॉरी मां, कल शायद मैं नहीं रहूंगा मां…। दोस्तों ने पोस्ट के बारे में पूछा भी था, लेकिन उसने कुछ नहीं बताया।
ASI जयसिंह (लेफ्ट) ने छात्र के कूदने पर उसे जमीन पर गिरने से पहले पकड़ा। छात्र को बचाते हुए उनके हाथ और सीने में चोट पहुंची है।
दानिश कुंज कोलार रोड निवासी 18 साल का छात्र प्राइवेट स्कूल में 11वीं का स्टूडेंट है। पिछले साल शाहपुरा पुलिस ने मंदिर में चोरी के आरोप में उसे पकड़ा था, तब वह नाबालिग था। ऐसे में स्कूल के बच्चे उसे चोर कहकर चिढ़ाने लगे। उसको स्कूल मैनेजमेंट ने यह कहकर स्कूल आने से मना कर दिया। उसका कहना था- बच्चे विरोध कर रहे हैं कि आपराधिक गतिविधियों में शामिल लड़कों के साथ वे नहीं पढ़ेंगे।
गुरुवार को छात्र स्कूल पहुंचा। स्कूल प्रिंसिपल से बात करने के बाद वह बाहर आया। इसके बाद स्कूल के बगल वाली तीन मंजिला बिल्डिंग पर चढ़कर सुसाइड की धमकी देने लगा। इसी बीच कोलार थाने के ASI जयसिंह समेत तीन पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। वे उसे नीचे उतरने के लिए मनाने लगे। इसी बीच एक युवक छत पर पहुंचा। वह छात्र को पकड़ने की कोशिश करता है, तभी वह नीचे कूद जाता है। उसे छलांग लगाते देख ASI जय कुमार ने जमीन पर गिरने से पहले छात्र को पकड़ा। इस कोशिश में उनके सीने, हाथ में गंभीर चोट लगी। दोनों को तुरंत ही अस्पताल पहुंचाया गया।
छात्र ने आज सुबह स्कूल पहुंचकर स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट देने के लिए प्रिंसिपल को एप्लीकेशन दी थी। इसके बाद वह गुस्से से बाहर आया और बगल वाली बिल्डिंग पर चढ़ गया।
एग्जाम की जानकारी लेने स्कूल पहुंचा था
छात्र एग्जाम की जानकारी लेने के लिए स्कूल गया था। स्कूल मैनेजमेंट को उसने बताया कि वह स्कूल आएगा। फीस भी दे रहा है। इस पर उसकी स्कूल स्टाफ से बहस हो गई। वह गुस्से में स्कूल से बाहर आया। इसके बाद स्कूल की बगल की बिल्डिंग में पहुंचा। वह छत से कूद जाने को चिल्लाने लगा। आसपास के लोगों ने तुरंत ही पुलिस को सूचना दी।
एक दिन पहले ही छात्र ने सोशल मीडिया पर मां के नाम स्टेटस डाला। दूसरी तस्वीर में स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट के लिए छात्र की एप्लीकेशन।
लीविंग सर्टिफिकेट के लिए दी ऐप्लीकेशन
छात्र ने सुबह ही स्कूल पहुंचकर स्कूल से स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट देने के लिए प्रिंसिपल को एप्लीकेशन दी थी। उसने लिखा…
आदरणीय महोदय,
नम्रतापूर्वक, मैं यह बताना चाहूंगा कि मैंने इस वर्ष आपके विद्यालय से 10वीं की पढ़ाई पूरी की है। हालांकि, मेरे माता-पिता ने मेरी आगे की पढ़ाई हेतु मानसरोवर पब्लिक स्कूल वाराणसी में मेरा नामांकन करने का फैसला किया है। इसलिए, वहां प्रवेश लेने के लिए मुझे SLC की जरूरत है। अत: आपसे अनुरोध है की कृपया विद्यालय पत्र निर्गत करने की कृपा करें। मैंने अपने सभी बकाया राशि का भुगतान कर दिया है। इससे संबंधित दस्तावेज और मार्कशीट की प्रतिलिपी इस आवेदन के साथ संलग्न हैं।
पिता ने स्कूल मैनेजमेंट पर लगाए आरोप
छात्र के पिता ने बताया कि हमारे बच्चे के ऊपर चोरी का इल्जाम लगा था। इस कारण प्रिंसिपल ने कहा था कि इनका एडमिशन रेगुलर में ही रहेगा, स्कूल में नहीं आने देंगे, सिर्फ पेपर देने के लिए बुला लेंगे। अब पेपर आ गया, तो मना कर रहे हैं। नाबालिग होने की वजह से जेल नहीं गया था, लेकिन केस चल रहा है। अभी 30 जनवरी को पेशी करवाकर लाए थे।