गजब के हैं ये छत्तीसगढ़ के सरकारी स्कूल, प्राइवेट स्कूल की तरह मिलती हैं सुविधाएं यहां…

गजब के हैं ये छत्तीसगढ़ के सरकारी स्कूल, प्राइवेट स्कूल की तरह मिलती हैं सुविधाएं यहां…
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रायपुर। सरकारी स्‍कूलों की चर्चा होते ही लोगों के दिमाग में टूटी हुई फर्श, गिरती दीवारें या पुराने भवन का ख्‍याल आता है। सरकारी स्कूलों के नाम से लोगों के मन में जो छवि बनती है, उससे बिलकुल उलट छत्‍तीसगढ़ के सरकारी स्कूलों ने एक अलग पहचान बनाई है।

दरअसल, छत्‍तीसगढ़ सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में एक नवाचार किया है। आज ग्‍लोबलाइजेशन का दौर है और अंग्रेजी एक सार्वभौमिक भाषा है। इसी को ध्‍यान में रखते हुए सरकार ने छत्तीसगढ़ के उज्ज्वल भविष्य के लिए स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी मीडियम स्कूल की शुरुआत की है।

हालांकि, निम्‍न व मध्‍यमवर्गीय परिवारों के लिए यह संभव नहीं है वे भी अपने बच्‍चों को उच्‍च वर्ग के बच्‍चों की तरह अंग्रेजी मीडियम वाले स्‍कूल में पढ़ाए। लेकिन सरकार की इस नई कदम से अब बिना मोटी फीस चुकाए हर वर्ग के बच्‍चे अंग्रेजी में शिक्षा प्राप्‍त कर सकेंगे।

सरकार ने यह सुनिश्चित किया कि अंग्रेजी की पढ़ाई केवल रायपुर जैसे महानगर में न हो बल्कि ग्रामीण और वनांचल क्षेत्रों में भी हो। गांव का बच्चा अंग्रेजी शिक्षा से वंचित न रहे, इसलिए इन स्‍कूलों का विस्‍तार गांव तक हो। इन स्‍कूलों में सर्वसुविधायुक्त लाइब्रेरी की भी व्‍यवस्‍था की गई है। यही नहीं, आत्मानंद स्कूल में सुंदर खेल परिसर भी है, आधुनिक सुविधाओं से लैस प्रैक्टिकल लैब हैं।

पूरे छत्‍तीसगढ़ में अपनी अलग पहचान बना चुके ये आत्मानंद अंग्रेजी मीडियम स्कूल अब रंग ला रही है। आलम यह है कि इस वर्ष 2023 में प्रवेश के लिए आवेदन शुरू होते ही अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में सीटों की संख्या के हिसाब से तीन से चार गुना ज्यादा फार्म आ गए।

इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों में गजब का आत्मविश्वास देखने को मिल रहा है। अच्छे अंग्रेजी माध्यम स्कूल में बच्चों को पढ़ाने का गरीबों का सपना पूरा हो रहा है। यहां हाईटेक पढ़ाई, आकर्षक सजावट और सुविधाओं का लाभ मिलने से बच्चे उत्साहित हैं।

माता-पिता अपने बच्चों के फर्राटेदार अंग्रेजी बोलने से काफी खुश हैं। योजना के चलते बेहतर शिक्षा के लिए मोटी रकम खर्च करने जरूरत नहीं पड़ रही है। इतना ही नहीं डिजिटल क्लास रूम में इंटरनेट के माध्यम से कक्षाएं संचालित की जा रही हैं। बेहतर माहौल मिलने से बच्चे खेलकूद में भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं।

प्रदेश में 247 स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल और हिंदी माध्यम के 32 स्कूल संचालित हैं, वहीं आगामी शिक्षण सत्र से 422 स्कूलों का संचालन किया जाना भी प्रस्तावित है। नये प्रस्तावित स्कूलों में सरगुजा और बस्तर संभाग के 252 स्कूल शामिल होंगे, ताकि सुदूर अंचलों एवं पिछड़े क्षेत्रों में रहने वाले बच्चे भी अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई कर सके। अंग्रेजी माध्यम स्कूलों की सफलता को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा आगामी शैक्षणिक सत्र से अंग्रेजी माध्यम कॉलेज प्रारंभ करने का भी निर्णय लिया गया है।

स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी मीडियम स्कूल की खासियत

– स्मार्ट क्लास, कंप्यूटर रूम

– बास्केट बाल वालीबाल और बैडमिंटन

– गार्डनिंग व गार्डनिंग की ट्रेनिंग

– पीटी परेड स्टेडियम व रेस ट्रेक भी

– लाइब्रेरी डिजिटल रूम भी

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