सावन राजपूत। ‘मुझे मर जाने दो। उसने मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी। किसी को बताने पर आपको जान से मारने की धमकी दी थी। आप मर जाते, तो भाई-बहन अनाथ हो जाते, इसलिए मैंने खुद ही जान देने का निर्णय किया। उसे सजा जरूर मिलनी चाहिए।’
ये शब्द 10वीं की आदिवासी छात्रा के हैं। उसने जहर खा लिया। उल्टियां होने लगी तो उसने पिता को दबंग युवक की दरिंदगी की दास्तां बताई। छात्रा खंडवा जिला अस्पताल में भर्ती है। अब वह बोलने की स्थिति में नहीं है। डॉक्टरों ने गंभीर हालत बताते हुए उसे इंदौर रेफर करने की सलाह दी, लेकिन गरीब माता-पिता जिला अस्पताल में ही इलाज करवा रहे हैं। माता-पिता ने दो दिन से झपकी तक नहीं ली।
लड़की के पिता की जुबानी… पूरी घटना
‘3 जून को दोपहर की बात है। सुबह करीब 9 बजे मैं और मेरी पत्नी, विकास उर्फ विक्की (22) के पिता नरेंद्र राजपूत के खेत पर मजदूरी करने गए थे। वहां खेत में गोबर का खाद फैलाने का काम था। दोपहर में टपरी पर लौटे थे। इतने में छोटा बेटा आकर मुझसे लिपट गया। कहने लगा कि दीदी तो टपरी के पीछे जमीन पर लेटी हुई है। हम तुरंत उसके पास गए। देखा, तो वह उल्टियां कर रही थी। हमने पूछा कि तुझे हुआ क्या है। वह कहने लगी कि पापा मैं जहर पी लिया है। खेत मालिक नरेंद्र के बेटे विक्की ने मेरे साथ गलत किया है। उसने आपको जान से मारने की धमकी दी थी। मैं यह बात बता देती, तो वह आपको मार डालता। यदि आप मर जाते, तो छोटे-छोटे भाई-बहन अनाथ हो जाते, इसलिए मैं खुद ही जान दे रही हूं।
बेटी ने जैसे ही बताया कि उसने जहर पी लिया है। मैंने जमीन पर पड़ी शीशी देखी। वह कपास में छिड़काव करने वाली कीटनाशक दवा थी। जो पिछले साल की बची हुई थी। करीब 10 ग्राम दवा होगी, जो उसने पूरी गटक ली थी। वह लगातार उल्टियां किए जा रही थी। हम लोग उसे बाइक पर बैठाकर जिला अस्पताल लाए। करीब 15 किलोमीटर के सफर में दो-तीन बार उसने कहा कि मुझे मर जाने दो। विक्की ने मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी है। उसे सजा जरूर मिलनी चाहिए। विक्की एग्रीकल्चर की पढ़ाई कर रहा है।’
हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करती है लड़की
परिजन ने बताया कि वे लोग धार जिले के रहने वाले हैं। मजदूरी करने खंडवा आए थे। बड़ी बेटी 10वीं में पढ़ती है। वह आवासीय विद्यालय में रहकर पढ़ाई करती है। बेटी पढ़ाई में होशियार है। इस बार एग्जाम में अच्छे नंबरों से पास हुई। हॉस्टल की मैडम भी उसकी तारीफ करती हैं। अस्पताल में पुलिस नहीं आई। इतनी गुजारिश है कि सरकार हमारे साथ न्याय करे।
टीआई बोले- बयान के बाद कार्रवाई करेंगे
मामले में एडिशनल एसपी सीमा अलावा का कहना है कि पीड़िता के बयान हो चुके हैं। मामले में आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म का केस दर्ज कर लिया गया है। आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है। इधर, धनगांव थाने के टीआई विजय वर्मा का कहना है कि टीम घटनास्थल पर गई थी। प्रारंभिक जांच में अलग-अलग तथ्य सामने आ रहे हैं। बयान के बाद ही कार्रवाई करेंगे।
शरीर में फैला जहर, हालत गंभीर
जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. ओपी जुगतावत का कहना है कि लड़की को फीमेल मेडिसिन वार्ड में भर्ती कराया था। बच्ची की स्थिति गंभीर होने पर इंदौर रेफर के लिए रेफर करने के लिए माता-पिता को कहा था, लेकिन परिजन अड़ गए कि हम लोग जिला अस्पताल में ही इलाज करवाएंगे। फिलहाल लड़की की हालत स्थिर है।
संगठन बोला- शादी से मुकर गया था आरोपी
भास्कर ने पड़ताल के लिए आदिवासी संगठनों से बातचीत की। एक संगठन की महिला कार्यकर्ता ने बताया कि ये घटना दिल दहला देने वाली है। गरीब आदिवासी बेटी के साथ अन्याय हुआ है। सालई के नरेंद्र राजपूत के बेटे विक्की ने बालिका को डराया-धमकाया। उसके साथ गलत काम किया। विरोध करने लगी, तो शादी का झांसा देता रहा। जब बालिका परेशान हो गई, तो विक्की ने धमकी दी कि यदि मुंह खोला, तो तेरे पिता को मार डालूंगा। यही वजह है कि उसने जहर पीकर खुदकुशी की कोशिश की।