रायपुर। पं. जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में डाॅक्टरों के खाली 71 पदों को भरने के 12 दिनों में दूसरी बार शुक्रवार को वॉक इन इंटरव्यू होगा। ये खाली पद लंबे समय से नहीं भर रहे हैं। पिछली बार हुए इंटरव्यू में 70 पदों के लिए केवल 12 डॉक्टर आए। इसमें दो पात्र थे, लेकिन चयन किसी का नहीं हुआ। इन दिनों में एक डॉक्टर नौकरी छोड़कर चले गए। इससे खाली पदों की संख्या बढ़कर 71 हो गई। एनएमसी की टीम निरीक्षण के लिए कभी भी आ सकती है इसलिए खाली पदों को भरा जा रहा है।
शुक्रवार को होने वाले वॉक इन में असिस्टेंट प्रोफेसरों के 60 व सीनियर रेसीडेंट के 11 खाली पदों के लिए डॉक्टरों की तलाश की जाएगी। पिछली बार कार्डियक एनीस्थिसिया व पैथोलॉजी के डाॅक्टर पात्र मिले थे, लेकिन इनमें सुपर स्पेश्यालिटी के डाॅक्टर ने कम वेतन का हवाला देकर ज्वाइन करने से ही इनकार कर दिया। डॉक्टरों के अनुसार असिस्टेंट प्रोफेसरों के खाली पदों को भरने में परेशानी आ रही है। खासकर एसटी केटेगरी के डॉक्टर कम मिल रहे हैं। यही कारण है कि पिछले 10 साल में ये पद खाली है। रोस्टर के अनुसार भर्ती करने के कारण केटेगरी को बदला नहीं जा सकता। एसीआई में कार्डियक एनेस्थेटिस्ट नहीं है।
मेडिकल अंकोलॉजिस्ट की भर्ती पहली बार की जा रही है। पिछली बार कोई डॉक्टर नहीं आया। यही स्थिति कार्डियो थोरेसिक सर्जरी जैसे सुपर स्पेश्यालिटी डॉक्टर की है। निजी मेडिकल कॉलेज या अस्पतालों में अच्छा वेतन होने के कारण डॉक्टर संविदा में ज्वाइन करने से बिदक रहे हैं। कॉलेज में संविदा असिस्टेंट प्रोफेसरों को हर माह 95 हजार व सीनियर रेसीडेंट को 65 हजार रुपए वेतन दिया जाता है। संविदा डॉक्टरों को समर वेकेशन भी नहीं मिलता। इसलिए कई डॉक्टर कम वेतन का हवाला देते हुए ज्वाइन करने से बिदकते हैं। नियमित भर्ती के लिए आने वाले दिनों में शासन के माध्यम से पीएससी को प्रस्ताव भेजा जाएगा।