मध्यप्रदेश। कूनो नेशनल पार्क में मंगलवार को चीते के शावक की मौत हो गई। यहां दो महीने के भीतर अब तक चार चीतों की मौत हो चुकी है। कूनो में मादा चीता ज्वाला ने 27 मार्च को चार शावकों को जन्म दिया था। इनमें से एक शावक की मौत हुई है। मौत का कारण अभी पता नहीं चला है।
प्रमुख वन संरक्षक जेएस चौहान ने शावक की मौत की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि मादा चीता ने 4 बच्चों को जन्म दिया था, हम उनकी मॉनिटरिंग कर रहे थे। चार में से एक बच्चा कमजोर था। आज जब हमारी टीम गई तो एक बच्चा सिर उठाने की कोशिश कर रहा था, तुरंत वेटरनरी डॉक्टर्स को बुलाया गया। उसे अस्पताल ले जाया गया लेकिन उसकी 5-10 मिनट में ही उसकी मौत हो गई। मूल रूप से कमजोरी के कारण मौत हुई है।
27 मार्च को नामीबिया से लाई गई मादा चीता ज्वाला (उस समय शियाया) ने चार शावकों को जन्म दिया था। इसके साथ ही कूनो में शावकों सहित चीतों की संख्या 23 हो गई थी। शावकों के जन्म से दो दिन पहले ही मादा चीता साशा की मौत हुई थी। इसके बाद कुछ समय बाद चीता उदय और दक्षा की मौत हो गई।
कूनो में अब 20 चीते बचे
पहली खेप में नामीबिया से 8 चीतों को कूनो नेशनल पार्क लाया गया था। 17 सितंबर को अपने जन्मदिन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन्हें बाड़े में रिलीज किया था। इसके बाद 18 फरवरी को दक्षिण अफ्रीका से 12 और चीते कूनो लाए गए थे। अब 20 चीते ही कूनो नेशनल पार्क में बचे हैं।