बुरहानपुर। कुत्तों के हमला करने का मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। बच्चे-बूढ़े सभी इससे परेशान हैं। गुरुवार को अलग अलग जगहों पर 4 बच्चों को कुत्तों ने हमले का शिकार बनाया। परिजन उनका उपचार कराने जिला अस्पताल पहुंचे। मांग की गई कि नगर निगम इसे गंभीरता से ले। कुत्तों की नसबंदी भी करवाकर इन्हें शहर से बाहर छोड़ दिया जाए।
एक महीने में 300 लोग हुए कुत्तों के हमले का शिकार
पिछले एक महीने में नगर में करीब 300 लोग कुत्तों के काटने का शिकार हो चुके हैं। करीब 9 से 10 लोग प्रतिदिन जिला अस्पताल पहुंच रहे हैं। लेकिन अब बच्चों पर भी हमले हो रहे हैं। जिला अस्पताल में रेबीज के इंजेक्शन पर्याप्त संख्या में मौजूद हैं।
लेकिन लोगों का कहना है कि इस पर रोक लगना चाहिए। मामल में आयुक्त संदीप श्रीवास्तव का कहना है कि इसके लिए टेंडर प्रक्रिया ऐनिमल बर्थ कंट्रोल के तहत टेंडर जारी किया रहा है। इसके तहत आवारा कुत्तों का टीकाकरण और नसबंदी कराई जाएगी।