मुरैना। कलेक्टर कार्यालय पहुंची एक छात्रा ने बताया कि उसने वर्ष 2019 में नियमित छात्रा के रुप में हाईस्कूल की परीक्षा दी थी लेकिन जब उसका परीक्षा परिणाम आया तो वह स्वाध्यायी(प्राइवेट) के रुप में था। इस बात को लेकर छात्रा पिछले चार साल से चक्कर लगा रही है लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं कर रहा है। अन्त में छात्रा मंगलवार को कलेक्टर की जनसुनवाई में पहुंची और पूरी बात बताई।
बता दें, कि छात्रा शबनम बघेल पुत्री स्व. छोटेलाल बघेल, निवासी कीचोल पोरसा ने वर्ष 2019 में हाईस्कूल की परीक्षा दी थी। परीक्षा से पहले उसकी कक्षा की अटेंडेंस पूरी थी, उसके बाद उसने नियमित छात्रा के रुप में परीक्षा दी लेकिन जब परीक्षा का परिणाम आया तो उसे स्वाध्यायी छात्रा के रुप में शामिल किया गया। इसके बाद वह लगातार जिलाशिक्षाधिकारी कार्यालय के चक्कर लगा रही है लेकिन उसकी सुनवाई नहीं की जा रही है।
अधिकारी कह रहे गलती हो गई विभाग से
छात्रा शबनम ने बताया कि जब उसने जिलाशिक्षाधिकारी से कहा कि उसके साथ ऐसा क्यों हुआ तो उन्होंने कहा कि यह विभाग की गलती से हुआ है, लेकिन उसमें सुधार कर दिया जाएगा, इस बात को पूरे चार वर्ष बीतने को हैं लेकिन अभी तक सुधार नहीं किया गया है।