रायपुर। भाई-बहन का रिश्ता बेहद खास होता है। इस रिश्ते में प्यार,दोस्ती, केयरिंग सब कुछ शामिल है। रायपुर के श्रीनगर में रहने वाले मोहित और मुस्कान पटवारी ऐसे ही भाई-बहन हैं, जो हमेशा एक दूसरे के सपोर्ट में खड़े रहते हैं लेकिन दोनों ही आंखों की जेनेटिक बीमारी से भी जूझ रहे हैं। इस साल मोहित का इस साल IIM अहमदाबाद के लिए हुआ है, लेकिन पैसों की कमी मोहित की पढ़ाई में सबसे बड़ी समस्या बन रही थी।
पूरा परिवार इसी चिंता में था की सलेक्शन के बावजूद क्या मोहित अपने आगे की पढ़ाई पूरी कर पाएगा,तब ऐसे में भाई की ताकत बनकर मुस्कान आगे आई और मुख्यमंत्री से मिलकर भाई की पढ़ाई के लिए मदद मांगने सीएम हाउस तक पहुंच गयी। सीएम हाउस में उस वक्त मौजूद लोगों ने बताया कि दोनों भाई-बहन ने बहुत संकोच के साथ घबराते हुए सीएम हाउस में एंट्री ली और कुछ देर बाद जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात हुई,तो सारी घबराहट दूर हो गयी।
सीएम ने मुस्कान और मोहित की बातों को बेहद गंभीरता से सुना, मुस्कान ने मुख्यमंत्री को बताया कि दोनों भाई-बहन आंखों की गंभीर जेनेटिक बीमारी से जूझ रहे हैं और मुस्कान के आंखों की रौशनी पूरी तरह जा चुकी है जबकि मोहित अभी कुछ हद तक देख पा रहा है और इस समस्या के साथ पढ़ाई करते हुए उसने एंट्रैंस क्रेक किया है।
दोनों के पिता एक साधारण की प्राइवेट जॉब में हैं और मोहित की पढ़ाई के लिए आर्थिक समस्या आड़े आ रही है। मुस्कान की बातें सुनकर मुख्यमंत्री ने पूछा कि पढ़ाई के लिए कितने पैसों की जरूरत पड़ेगी तब उन्होने बताया कि 25 लाख रू. खर्च होंगे। मुख्यमंत्री ने मदद का भरोसा देते हुए इसका प्रस्ताव कैबिनेट में लाने की बात कही।
इसके बाद जब सीएम ने मुस्कान से पूछा तुम्हे क्या चाहिए तब उनसे अपनी पढ़ाई के लिए मदद से इंकार कर दिया और बताया कि उसे अभी कोई परेशानी नहीं है केवल भाई की पढ़ाई पूरी हो जाए इसी में उसकी भी संतुष्टि है।
मोहित ने कहा बहन ही मेरी मोटिवेटर
मोहित ने बताया कि बहन मुस्कान ने ही उसे कैट की परीक्षा देने के लिए प्रेरित किया और सारे एग्जाम फॉर्म भी मुस्कान ने ही भरे है। मोहित ने कहा कि भले ही मुस्कान मेरी छोटी बहन है लेकिन मुझे आगे बढ़ने का मोटिवेशन वही देती है।
मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद मोहित और मुस्कान दोनों बेहद खुश हैं, मोहित का कहना है कि सीएम से मुलाकात के पहले कई तरह की बातें मन में चल रही थी कि क्या किसी आम आदमी से इतनी आसानी से मुख्यमंत्री से मिल सकते है और क्या वे मदद करेंगे लेकिन सीएम से मिलने के बाद अब मोहित को सपनों को पूरा करने में बड़ी हिम्मत मिली है और पढ़ाई में सबसे बड़ी आर्थिक परेशानी अब दूर होने वाली है।
बघेल ने भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट में दोनों से मुलाकात और मदद का किस्सा शेयर किया है
कल मैं अपने आवास पर था कि बिटिया मुस्कान अपने भाई मोहित के साथ मिलने आयी। उसने बताया कि “मैं और भैया आंखों की जेनेटिक बीमारी रेटिनाइटिस पिगमेंटोसा से जूझ रहे हैं, इस बीमारी में धीरे-धीरे आंखों की ज्योति कम होती जाती है। मुझे बिल्कुल भी दिखाई नहीं देता और भैया की आंखों में लगभग पचास प्रतिशत ज्योति है।”
उसके भैया का सिलेक्शन आईआईएम अहमदाबाद में हुआ है लेकिन सामान्य परिवार से होने के कारण अधिक फीस जानकर उन्होंने पढ़ाई की उम्मीद छोड़ दी है। भारत के शीर्ष संस्थान आईआईएम अहमदाबाद के एंट्रेंस- कैट में मोहित का 99.93 परसेंटाइल से सिलेक्शन एमबीए के लिए हुआ है। मोहित रायपुर के रहने वाले हैं।
मैंने मुस्कान बिटिया से कहा है कि धन के अभाव में आपके सपने पूरे होने से कोई नहीं रोक सकता, आपके सब सपने पूरे होंगे। फीस की चिंता नहीं करनी है, खूब मन लगाकर पढ़ाई करनी है।मोहित की फीस के लिए 25 लाख रुपये प्रदान करने के लिए मैने प्रस्ताव कैबिनेट मंजूरी के लिए भेजने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
मुस्कान भी बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से बीएड की पढ़ाई कर रही हैं। साथ ही साथ वे और मोहित ‘रोप ऑफ होप’ नाम से प्रोजेक्ट चलाते हैं। जिसके तहत वे देश और विदेश के विज़न की समस्या से जूझ रहे लगभग 200 लोगों को मेंटल मैथ्स और इंग्लिश ऑनलाइन पढ़ाते हैं। वे आगे इस काम को और आगे ले जाना चाहते हैं। लोगों की मदद करने का बच्चों का यह जज़्बा सराहनीय है।