छतीसगढ। जिला को स्वतंत्र बटालियन मिले 4 साल से अधिक समय हो गया। कोविड-19 के कारण प्रशिक्षण सहित अन्य गतिविधियां थम सी गई थीं। सत्र 2022-2023 में बटालियन अपने दायित्व पर फोकस करते हुए काम शुरू कर चुकी है। अब एनसीसी कैडेट्स की संख्या भी बढ़ गई है और अपनी बटालियन के अधीन 3 और जिला शामिल हो गए हैं। कैडेट्स की संख्या बढ़ने के साथ ही जुड़ने वाले स्कूल और कॉलेजों में एनसीसी की गतिविधियां नए सत्र 2023-24 में तेज हो जाएंगी।
अभी भी जिस प्रशिक्षण के लिए यहां के एनसीसी कैडेट्स को रायगढ़ व बिलासपुर जाना पड़ रहा था, उस पर विराम लग जाएगा। अपने ही जिले में एनसीसी गतिविधियों के लिए सब कुछ उपलब्ध है। जिले की स्वतंत्र बटालियन नहीं होने से सिर्फ 2 गवर्नमेंट पीजी कॉलेज, केएन कॉलेज व गवर्नमेंट हायर सेकंडरी स्कूल मिशनरोड कोरबा जो 28-सीजी बटालियन रायगढ़ से संबद्ध था, तो आईटीआई के छात्रों की यूनिट 7-सीजी बटालियन बिलासपुर से।
चारों संस्थाओं के महज 317 छात्र-छात्राओं को ही एनसीसी की ट्रेनिंग मिल रही थी। अधिक से अधिक छात्रों को एनसीसी से जुड़ने पर शिक्षा के साथ आर्मी की गतिविधियों की ट्रेनिंग का अवसर मिलने लगा है। कमान अधिकारी ने बताया कि 3500 छात्र-छात्राओं के लिए एडिशनल वेकेंसी है, जो स्कूल व कॉलेज एनसीसी की शर्तों को पूरा करेंगे, उन्हें निर्धारित सीटों को पूरा करने जोड़ा जाएगा।