मध्यप्रदेश। गुना रेलवे स्टेशन पर लावारिस मिले दो बच्चों के परिजन का पता चल गया है। दोनों बच्चे दिल्ली के सरायं काले खां इलाके से किडनैप किए गए थे। आरोपी उनको बीना से कोटा जाने वाली ट्रेन में बैठाकर चिप्स लेने चला गया। इतने में ट्रेन चल दी। दोनों बच्चे चेकिंग के दौरान GRP को गुना रेलवे स्टेशन पर मिले थे। दिल्ली पुलिस और बच्चों के परिजन गुना पहुंच चुके हैं। अब उनकी सुपुर्दगी की कार्रवाई की जाएगी।
बता दें, रविवार शाम बीना-कोटा पैसेंजर ट्रेन में यात्रियों को दो बच्चे मिले थे। इसकी सूचना GRP को दी गई। पुलिस ने उनको पहले खाना खिलाया। फिर नाम-पता पूछा। उन्होंने अपने नाम सूरज और राजकुमार बताए। पिता का नाम किशोर मंडल, मां का नाम ललिता देवी और पता दिल्ली का बताया। बच्चे पहली कक्षा में पढ़ते हैं। उन्होंने बताया कि उनके चाचा उन्हें चॉकलेट खिलाने का कहकर दिल्ली से बीना लाए थे। दोनों बच्चों को जिला अस्पताल के शिशु गृह मां स्वरूपा आश्रम में रखा गया है।
दिल्ली में सीसीटीवी में कैद हुआ आरोपी
बच्चों को आश्रम में रखवाने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी थी। दिल्ली और बीना में सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए। साथ ही दोनों जगह की पुलिस को भी इसकी सूचना दी गई। पता चला कि दिल्ली के सरायं काले खां पुलिस स्टेशन में इनकी गुमशुदगी दर्ज थी। तीन दिन पहले चार बच्चे इस इलाके से चोरी हुए थे। चोरी की घटना CCTV में भी कैद हो गई थी। CCTV फुटेज में साफ नजर आ रहा है कि एक व्यक्ति 4 बच्चों को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले जा रहा है। परिजन के अनुसार इनमें से दो किसी तरह किडनैपर के चंगुल से छूटकर वापस आ गए थे।
दिल्ली से आ रहे दोनों के परिजन
गुना में GRP में पदस्थ ASI श्रीपाल सिंह ने बताया कि बच्चों को आश्रम भेजने के बाद GRP थाने ने कंट्रोल रूम दिल्ली को सूचना दी गई। गुना पुलिस से जानकारी मिलते ही दिल्ली पुलिस ने बच्चों की मां को सूचना दी। बच्चों के परिवार वाले और दिल्ली पुलिस गुना पहुंच गए हैं। यहां बाल कल्याण समिति के सामने बच्चों और परिवार वालों की काउंसिलिंग की जाएगी। इसके बाद बच्चों को उनके परिवार वालों को सुपुर्द कर दिया जाएगा।