ऑस्कर विनिंग नाटू-नाटू की तर्ज पर बोरे-बासी सॉन्ग….

ऑस्कर विनिंग नाटू-नाटू की तर्ज पर बोरे-बासी सॉन्ग….

छतीसगढ। फिल्म RRR के ऑस्कर विनिंग नाटू-नाटू सॉन्ग की तर्ज पर अब बोरे-बासी सॉन्ग बनाया गया है। इस गीत को छत्तीसगढ़ी में तैयार किया गया है। जिसे मजदूर दिवस के मौके पर लॉन्च किया गया है। इसे लोग काफी पसंद कर रहे हैं। गाने के बोल सुनकर आप भी झूमने पर मजबूर हो जाएंगे। लॉन्चिंग के कुछ ही देर में सोशल मीडिया में लाखों लोग इस गाने को देख चुके हैं।

गाने के बोल हैं..प्याज मिर्चा संग पताल चटनी में दबा के खाबो बासी.. बासी..बासी…बोरे बासी। बोरे-बासी, ऐसा भोजन है, जिसे छत्तीसगढ़ के लोग काफी पसंद करते हैं। इसे सेहत के लिए भी काफी अच्छा माना गया है। पिछले साल तो मुख्यमंत्री ने मजदूर दिवस यानी 1 मई के दिन खासतौर पर इसे खाने की अपील भी की थी। जिसके बाद प्रदेश में बोरे-बासी उत्सव मनाया गया था।

इस गाने को लोग काफी पसंद कर रह हैं। गाने को दुर्ग जिले के पाटन के एक गांव में शूट किया गया है। - Dainik Bhaskar

दुर्ग के पाटन में हुई शूटिंग

उन्होंने बताया कि नाटू-नाटू गाने को जब ऑस्कर में जाने के लिए चुना गया तो उन्हें बहुत गर्व महसूस हुआ। जिसके बाद छत्तीसगढ़ी भाषा में भी इस गाने को बनाने की इच्छा थी। इस वजह से हमने तय किया कि इसे बनाएंगे। इस गाने की शूटिंग दुर्ग के पाटन स्थित बोहारहीह गांव में हुई है।

5 घंटे में शूट हुआ गाना

सुमित ने बताया कि हमने गाने के माध्यम से छत्तीसगढ़ी संस्कृति को भी दिखाने की कोशिश की है। इसके पहले उन्होंने खुशी नाम की एक शॉर्ट फिल्म भी बनाई थी, जिसे लोगों ने खूब प्यार दिया। सुमित ने इस गाने को खुद ही लिखा और गाया है। उन्होंने बताया कि 1 मई को श्रमिक दिवस था। हमारे पास समय कम था तो हमने बाकी प्रोजेक्ट को साइड कर इस गाने पर मेहनत की। टीम वर्क का परिणाम ये हुआ कि हमने 5 घंटे में इस गाने को शूट किया। जिस गांव में हम इस गाने की शूटिंग कर रहे थे वहां के स्थानीय लोगों को ही कास्टिंग के लिए चुना। गांव वालों के साथ शूटिंग का अनुभव मजेदार रहा।

अपनी टीम के साथ सुमित। उन्होंने बताया कि हमारे पास वक्त कम था। हमने इस गाने को काफी कम समय में तैयार किया है।

सुमित ने बताया कि मजदूर दिवस के दिन बोरे बासी खाने की अपील मुख्यमंत्री ने भी की थी। जिसके चलते छत्तीसगढ़ के लोकप्रिय भोजन को दूसरे राज्य के लोगों ने भी काफी पसंद किया है। उन्होंने कहा कि उनका सपना है कि छत्तीसगढ़ी म्यूजिक को वो नेशनल लेवल में लाने की कोशिश करेंगे। अभी उनका प्रोडक्शन हाउस कई प्रोजेक्ट को लेकर काम कर रहा है। जिसमें नए युवा भी यदि उनके साथ जुड़ना चाहें तो संपर्क कर सकते हैं। इस गाने को सीएमओ के फेसबुक पेज में भी शेयर किया गया है।

बोरे बासी को जानिए

बोरे बासी सब्जी, प्याज, आचार, पापड़, बिजौरी इत्यादि के साथ खाया जाता है।

दरअसल, ताजा भात यानी चावल को जब पानी में डुबोकर खाया जाता है तो उसे बोरे कहते हैं। इसे दूसरे दिन खाने पर यह बासी कहलाता है। फिर इसे आम या नींबू का अचार, प्याज और हरी मिर्च, दही या मठ्‌ठा डालकर, भाजी, रखिया बड़ी, मसूर दाल की सब्जी, रात की बची अरहर दाल, कढ़ी या बिजौरी के संग खाया जाता है। इसके लिए कहते हैं-‘बासी के गुण कहुं कहां तक, इसे ना टालो हांसी में, गजब विटामिन भरे हुए हैं, छत्तीसगढ़ के बासी में’।

RRR के गाने नाटू-नाटू ने बेस्ट ओरिजनल सॉन्ग का अवॉर्ड जीता

95वें ऑस्कर सेरेमनी में पहली बार भारत को दो अवॉर्ड मिले थे। फिल्म RRR के गाने नाटू-नाटू ने बेस्ट ओरिजनल सॉन्ग का अवॉर्ड जीता। वहीं, द एलिफेंट व्हिस्परर्स बेस्ट डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट फिल्म बनी। हालांकि, डॉक्यूमेंट्री फीचर फिल्म ऑल दैट ब्रीथ्स रेस से बाहर हो गई। ऑस्कर अवॉर्ड में इन तीन कैटेगरी में भारत को नॉमिनेशन मिला था। नाटू-नाटू को इससे पहले गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड में बेस्ट ओरिजनल सॉन्ग का खिताब मिला था

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

नशीली दवाओं के विक्रय करने वालों पर होगी कठोर वैधानिक कार्यवाही: उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा

नशीली दवाओं के विक्रय करने वालों पर होगी कठोर वैधानिक कार्यवाही: उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा

रायपुर ।  उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा है कि प्रदेश में नशीली दवाओं के सेवन एवं विक्रय पर प्रभावी नियंत्रण हो यह सुनिश्चित किया जाए।...