रायपुर। भाजपा के वरिष्ठ नेता नंदकुमार साय इस्तीफा देने के बाद आज कांग्रेस प्रवेश किया । उनका कांग्रेस प्रवेश मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उपस्थिति में हुआ। इस बीच कांग्रेस प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में मंत्री सांसद विधायक पार्टी पदाधिकारी सहित काफी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे। नंदकुमार साय कांग्रेस प्रदेश कार्यालय राजीव भवन पहुंचे जहां ढोल नगाड़े के साथ उनका स्वागत किया गया । इसके बाद नंद कुमार साय कॉन्ग्रेस प्रवेश की औपचारिकता निभाते हुए कांग्रेस प्रवेश किया। इस दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन्हें मिठाई खिलाकर मुंह मीठा कराया।
कांग्रेस प्रवेश के बाद नंद कुमार साय ने कहा की यह निर्णय काफी कठिन और मेरे जीवन का अद्वितीय निर्णय है। अटल बिहारी को फॉलो करता था। वह भारत माता के लिए कहते थे कि भारत एक जीता जागता राष्ट्र है। अटल जी की पार्टी आज उस रूप में नहीं है। परिस्थितियों बदली हुई दिखती है। भूपेश सरकार को वाच किया, जो कस्बे थे, वो शहर बन गए। एक नारा अच्छा लगा, नरवा गरवा धुरवा बड़ी, एला न छोडबे संगवारी ।
इस बीच नंद कुमार साय ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का जो स्वरूप पहले था वह आज बचा नहीं है अटल बिहारी वाजपेई लालकृष्ण आडवाणी के साथ काम किया लेकिन आज की तारीख में भारतीय जनता पार्टी मुझे कहीं भी किसी दायित्व में नहीं रखा गया मुझे दायित्व की भी आवश्यकता नहीं थी लेकिन पार्टी कैसे काम करें यहां के लोगों के लिए काम करें उसमें शामिल किया जाना था पार्टी में भी ऐसा मुझे कुछ मिला जी जरूरी नहीं लेकिन तन में भी जो काम होना चाहिए था वह नहीं हो रहा था। इस दौरान नंद कुमार साय ने भूपेश सरकार के कार्यों की जमकर तारीफ की।
इस मौके पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि आज बहुत बड़ा दिन है। आदिवासी और मजदूरों के लिए पूरे जीवन संघर्ष करने वाले नंदकुमार साय ने कांग्रेस की सदस्यता ली है। साथ जाना पहचाना चेहरा है। 3 बार विधायक, 3 बार लोकसभा और 2 बार राज्यसभा में रहे। उनका जीवन सादगीपूर्ण रहा। वह नमक नहीं खाते। जब नमक नहीं खाते तो किसी का नमक लगने का सवाल ही नहीं उठता।
बता दे कि भाजपा से इस्तीफा दे चुके नंदकुमार साथ को मनाने के लिए भाजपा नेता उनके घर गए, लेकिन वो नहीं माने। भाजपा नेताओं के वापस लौटने के बाद साथ में सोशल मीडिया पर एक कविता पोस्ट की है, जिसमें आदिवासी समाज के हित को सर्वोपरि रखने की बात कही है।