यूनिसेफ इंडिया ने गुरुवार को वैश्विक फ्लैगशिप रिपोर्ट ‘द स्टेट ऑफ द वर्ल्ड चिल्ड्रन 2023ः फॉर एवरी चाइल्ड, वैक्सीनेशन’ जारी की। इसमें बाल टीकाकरण के महत्व पर रोशनी डाली गई है। यूनिसेफ की रिपोर्ट बताती है कि भारत उन 3 देशों में से एक है, जहां बाल टीकाकरण के प्रति भरोसा बढ़ा है। यह रिपोर्ट 55 देशों में हुए सर्वे पर आधारित है।
हालांकि, इस रिपोर्ट के बारे में मध्यप्रदेश के टीकाकरण की जानकारी अलग से नहीं दी गई है। इस बारे में एनएचएम, मध्यप्रदेश के टीकाकरण निदेशक डॉ. संतोष शुक्ला ने कहा कि पिछले और इस वर्ष हमने मप्र में नियमित टीकाकरण के अलावा तीन विशेष अभियान चलाए हैं। इसमें बच्चों के पूर्ण टीकाकरण कवरेज में 6% की वृद्धि देखी गई है। इसका प्रतिशत 88% से बढ़कर 94% हो गया है। साथ ही राज्य के प्रयासों और उनके भागीदारों जैसे यूनिसेफ, डब्ल्यूएचओ, यूएनडीपी और अन्य विकास भागीदारों के कारण प्रदेश भर में टीकाकरण पर विश्वास के स्तर में बढ़ोतरी देखी गई है।
मप्र में हर बच्चे का टीकाकरण समय पर करने के लिए प्रतिबद्ध
यूनिसेफ मध्य प्रदेश प्रमुख मार्गरेट ग्वाडा ने कहा कि मध्य प्रदेश हर बच्चे को समय पर और पूर्ण टीकाकरण सुनिश्चित करने के राज्य सरकार के दृष्टिकोण का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है। जैसा कि यूनिसेफ ने ‘द स्टेट ऑफ द वर्ल्ड्स चिल्ड्रन 2023: फॉर एवरी चाइल्ड, वैक्सीनेशन’ रिपोर्ट जारी की है, इसमें यह प्रयास दिखते भी हैं। हम सभी माता-पिता और प्रोजेक्ट से जुड़े लोगों से यह आग्रह करते हैं कि कोई भी योग्य बच्चा टीकाकरण में पीछे न रहे ताकि बीमारियों से सुरक्षित रहे।