मध्यप्रदेश में श्योपुर जिले के कूनो नेशनल पार्क से निकला चीता फिर से रिहायशी इलाके में पहुंच गया है। सोमवार दोपहर करीब साढ़े 3 बजे चीता पार्वती-बड़ौदा गांव के खेतों में नजर आया। मौके पर वन विभाग की टीम मौजूद है। वनकर्मी चीते को वापस कूनो की ओर भेजने की कोशिश में जुटे हैं। कॉलर आईडी से चीते की लोकेशन ट्रेस कर उसके हर मूवमेंट पर नजर रखी जा रही है।
ओवान नाम का ये चीता जिस पार्वती-बड़ौदा गांव के आसपास नजर आ रहा है। वह झार-बड़ौदा गांव से करीब 4 किलोमीटर दूर है। रविवार को सुबह चीता झार-बड़ौदा गांव के खेतों में पहुंच गया था, हालांकि शाम तक वह फिर से जंगल की ओर लौट गया था, लेकिन आज क्वारी नदी पार कर फिर से गांव के पास आ गया है। ये दोनों गांव कूनो नेशनल पार्क से लगे हुए हैं।
चीते की गांव के आसपास मौजूदगी से ग्रामीणों में दहशत देखी जा रही हैं। लोग अपने खेतों पर जाने से डर रहे हैं। चीते ने शनिवार-रविवार की दरम्यानी रात एक गाय का शिकार भी किया था। DFO प्रकाश वर्मा ने कहा कि नामीबिया से लाए गए चीतों में 4 चीतों को खुले जंगल में छोड़ा गया था। उन्हीं में से एक ओवान नाम का चीता कूनो की सीमा से निकलकर गांवों के आसपास मूवमेंट कर रहा है।
स्ट्रेस न हो इसलिए ट्रेंकुलाइज नहीं कर रहा वन अमला
चीते को वापस भेजने के लिए ट्रेंकुलाइज भी किया जा सकता है, लेकिन फिलहाल वन अमला चीते पर निगरानी रखकर उसके वापस लौटने का इंतजार कर रहा है। विजयपुर क्षेत्र के कूनों वन मंडल के एसडीओ अमित राठौर से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने बताया कि चीता पूरी तरह से सुरक्षित है। वह वन अमले की निगरानी में है, चीते को स्ट्रेस नहीं हो इसलिए इंतजार किया जा रहा है कि वह खुद वापस लौट जाए।

कूनो से निकलकर आए चीता की मूवमेंट इस तरह रही
- रविवार अल सुबह करीब 4 बजे कूनो से निकलकर झार-बड़ौदा पहुंचा।
- सुबह करीब 6 बजे ग्रामीणों ने चीते को खेत में देखा।
- सूचना पर सुबह 8 बजे के करीब वन विभाग और विजयपुर पुलिस मौके पर पहुंची।
- करीब साढ़े 11 बजे चीता वहीं भटकता दिखा।
- दोपहर 1 बजे के करीब DFO प्रकाश वर्मा मौके पर पहुंचे।
- दोपहर 3 बजे के करीब पिंजरा मंगवाया गया।
- चीता प्रोजेक्ट के लिए नामीबिया से आई लौरी मार्कल भी मौके पर पहुंचीं।
- शाम 4 बजे के करीब चीता खेतों से जंगल की ओर करीब एक से डेढ़ किलोमीटर लौटा।
- शाम 5 बजे के करीब पहाड़ी के पास ही नजर आया।
- सोमवार को जंगल से फिर गांव की ओर नजर आया।
- सोमवार दोपहर करीब साढ़े 3 बजे पार्वती बड़ौदा गांव के खेतों में दिखा चीता।
रविवार सुबह 6 बजे ग्रामीणों ने चीता देखा
ग्रामीणों का कहना है कि चीता रविवार को विजयपुर इलाके के झार-बड़ौदा में दिखा। गांव के ही रहने वाले राकेश ने बताया कि उनके घर के पीछे वाले खेत में प्याज लगी है। सुबह करीब 6 बजे उनकी नजर खेत में गई तो तारों के पास चीता लेटा हुआ था। उन्होंने अपने घर से चीते का वीडियो बनाया। गांव से करीब डेढ़ किमी दूर 10 दिन से चीते का मूवमेंट दिख रहा था।

शनिवार-रविवार की रात ओवान चीते ने झार-बड़ौदा गांव से डेढ़ किलोमीटर दूर खेतों के पास एक गाय का शिकार भी किया। जिसका शव इलाके के ग्रामीणों ने देखा। चीते को खेतों में देखने के बाद इलाके के ग्रामीणों में दहशत फैली हुई है। लोग खेतों पर जाने से भी डर रहे हैं।
पिंजरे में बंद करके कूनो नेशनल पार्क ले जाया जाएगा
कूनो नेशनल पार्क के अधिकारी चीते से कुछ ही दूरी बनाकर उस पर निगरानी रख रहे हैं। इंतजार किया जा रहा है कि यह चीता अपने आप वापस लौट जाए। अगर ऐसा नहीं होता तो उसे ट्रैंकुलाइज करके वापस कूनो ले जाया जाएगा। कूनो प्रशासन के अधिकारी ग्रामीणों के सामने इस तरह की चर्चाएं अपने मैदानी अमले से करते दिखे।
चार चीतों को जंगल में किया गया था रिलीज
चीता टास्क फोर्स के अधिकारियों ने पिछले दिनों ओवान, आशा, फ्रेंडी और एल्टन नाम के चीतों को बाड़े से खुले जंगल में रिलीज किया था। इसके बाद से ये चारों लगातार कूनो से बाहर निकलकर कभी टिकटॉली इलाके में तो कभी मोरावन क्षेत्र में देखे जा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि सुबह से उनके खेतों में चीता घुसा हुआ है। हम पहले इसे तेंदुआ समझ रहे थे, बाद में पता चला है कि यह चीता है।