समाज का बैनर-पोस्टर हटाया, लोगों के साथ झूमाझटकी:आरक्षण के मुद्दे को लेकर जमकर बवाल, आंदोलन करने पर गुंडा सूची में नाम जोड़ने का आरोप
बिलासपुर2 घंटे पहले
नगर निगम के अतिक्रमण टीम के साथ हुई झूमाझटकी।
बिलासपुर में अनुसूचित जाति का 16% आरक्षण बढ़ाने की मांग को लेकर बुधवार को जमकर बवाल हो गया। अनुसूचित जाति के लोगों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया है। बैनर पोस्टर हटाने पहुंचे नगर निगम अतिक्रमण टीम के साथ उनकी झूमाझटकी हुई है, जिसके बाद तनाव की स्थिति बन गई है। इधर, समाज के लोगों का आरोप है कि आरक्षण का विरोध करने पर उनका नाम गुंडासूची में जोड़ दिया गया है।
दरअसल, अनुसूचित जाति के लोग अपने समाज के बैनर तले आरक्षण का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि आदिवासी और पिछड़े वर्ग को ज्यादा आरक्षण दिया जा रहा है। जबकि, अनुसूचित जाति वर्ग के आरक्षण को कम कर दिया गया है। 16% आरक्षण बढ़ाने की मांग को लेकर बुधवार को समाज के लोग नेहरू चौक में बैनर पोस्टर लगाकर धरना-प्रदर्शन करने पहुंचे हैं।
नेहरू चौक में विरोध-प्रदर्शन करते समाज के लोग।
नेहरू चौक में विरोध-प्रदर्शन करते समाज के लोग।
नेहरू चौक में समाज के लोग बैनर-पोस्टर लगाकर धरना प्रदर्शन करने पहुंचे, उसी समय नगर निगम के अतिक्रमण विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई। टीम में शामिल अफसर व कर्मचारी उनके समाज के बैनर पोस्टर को निकाल रहे थे, जिसे देखकर युवकों ने जमकर हंगामा मचाया और विरोध किया। इस दौरान उनकी नगर निगम के अधिकारियों के साथ झूमाझटकी शुरू हो गई। विवाद बढ़ने के बाद नेहरू चौक में तनाव की स्थिति निर्मित हो गई है।
बैनर पोस्टर हटाने को लेकर हुआ विवाद।
बैनर पोस्टर हटाने को लेकर हुआ विवाद।
इधर, समाज के पदाधिकारी और युवकों ने आरोप लगाया है कि अनुसूचित जाति वर्ग का आरक्षण बढ़ाने की मांग को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। इसी कड़ी में राज्य सरकार के मंत्री को भी काला झंडा दिखाकर विरोध प्रदर्शन किया गया था, जिसके बाद से शासन के इशारे पर समाज के लोगों के खिलाफ टारगेट बनाकर कार्रवाई की जा रही है और विरोध-प्रदर्शन करने वाले युवकों के नाम को गुंडा सूची में जोड़ा जा रहा है। समाज के पदाधिकारियों ने गुंडा सूची में शामिल नाम को हटाने की मांग भी की है।
बिलासपुर में अनुसूचित जाति का 16% आरक्षण बढ़ाने की मांग को लेकर बुधवार को जमकर बवाल हो गया। अनुसूचित जाति के लोगों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया है। बैनर पोस्टर हटाने पहुंचे नगर निगम अतिक्रमण टीम के साथ उनकी झूमाझटकी हुई है, जिसके बाद तनाव की स्थिति बन गई है। इधर, समाज के लोगों का आरोप है कि आरक्षण का विरोध करने पर उनका नाम गुंडासूची में जोड़ दिया गया है।
दरअसल, अनुसूचित जाति के लोग अपने समाज के बैनर तले आरक्षण का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि आदिवासी और पिछड़े वर्ग को ज्यादा आरक्षण दिया जा रहा है। जबकि, अनुसूचित जाति वर्ग के आरक्षण को कम कर दिया गया है। 16% आरक्षण बढ़ाने की मांग को लेकर बुधवार को समाज के लोग नेहरू चौक में बैनर पोस्टर लगाकर धरना-प्रदर्शन करने पहुंचे हैं।
नेहरू चौक में समाज के लोग बैनर-पोस्टर लगाकर धरना प्रदर्शन करने पहुंचे, उसी समय नगर निगम के अतिक्रमण विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई। टीम में शामिल अफसर व कर्मचारी उनके समाज के बैनर पोस्टर को निकाल रहे थे, जिसे देखकर युवकों ने जमकर हंगामा मचाया और विरोध किया। इस दौरान उनकी नगर निगम के अधिकारियों के साथ झूमाझटकी शुरू हो गई। विवाद बढ़ने के बाद नेहरू चौक में तनाव की स्थिति निर्मित हो गई है।
बैनर पोस्टर हटाने को लेकर हुआ विवाद।
इधर, समाज के पदाधिकारी और युवकों ने आरोप लगाया है कि अनुसूचित जाति वर्ग का आरक्षण बढ़ाने की मांग को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। इसी कड़ी में राज्य सरकार के मंत्री को भी काला झंडा दिखाकर विरोध प्रदर्शन किया गया था, जिसके बाद से शासन के इशारे पर समाज के लोगों के खिलाफ टारगेट बनाकर कार्रवाई की जा रही है और विरोध-प्रदर्शन करने वाले युवकों के नाम को गुंडा सूची में जोड़ा जा रहा है। समाज के पदाधिकारियों ने गुंडा सूची में शामिल नाम को हटाने की मांग भी की है।