अस्पताल में भर्ती रख बीमार ग्रामीणों का इलाज।
पंडरिया ब्लॉक के ग्राम तोरला (नवापारा) में फूड पॉइजनिंग से 30 ग्रामीण बीमार पड़ गए हैं। इनमें 24 पुरुष, 2 महिलाएं और 3 बच्चे शामिल हैं। गांव में सरस्वती पूजा कार्यक्रम था, जहां भंडारे में ग्रामीणों ने बासी खीर- पूड़ी खाया था, जिसके चलते सभी की तबीयत बिगड़ती चली गई। शनिवार सुबह ही 14 ग्रामीणों को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
मिली जानकारी के मुताबिक तोरला (नवापारा) गांव में 26 जनवरी को बसंत पंचमी पर स्कूल परिसर में सरस्वती पूजा का कार्यक्रम था। इस दौरान भंडारे की व्यवस्था की गई थी, जहां ग्रामीणों ने सामूहिक खीर- पुड़ी और दाल- चावल खाया। दूसरे दिन ग्रामीणों की तबीयत एक- एक कर बिगड़ने लगी। शुक्रवार रात बड़ी संख्या में ग्रामीणों को 108 एंबुलेंस और निजी गाड़ियों के जरिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पंडरिया पहुंचाया गया।
शनिवार सुबह भी 14 अन्य ग्रामीणों के बीमार पड़ने पर उन्हें भी अस्पताल लेकर गए। इलाज के बाद फिलहाल सभी की हालत खतरे से बाहर हैं। लेकिन अब भी ग्रामीण अस्पताल में ही भर्ती हैं। प्रभावित मरीजों को उचित उपचार और स्वच्छता की सलाह दी जा रही है।
गांव में लगा हेल्थ कैंप, 6 टीमें घर-घर जाकर कर रहीं सर्वे:
फूड पॉइजनिंग की सूचना से प्रशासनिक अमला अलर्ट पर आ गया। गांव में तुरंत हेल्थ कैंप लगाया गया। पंडरिया बीएमओ डॉ. स्वप्निल तिवारी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की 6 टीम घर-घर जाकर सर्वे कर रही है।
121 घरों के 921 लोगों की हुई जांच
कलेक्टर जन्मेजय महोबे के निर्देश के बाद प्रभावित गांव में सभी घरों और उनके सदस्यों की स्वास्थ्य जांच की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक गांव की कुल जनसंख्या 965 है। इसमें कुल घर की संख्या 140 है। अब तक 121 घर के 921 सदस्यों का स्वास्थ्य जांच कर लिया गया है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। सर्वे के दौरान 11 लोग में आंशिक रूप से फुड पॉयजनिंग से पीड़ित मिले। सभी मरीज समान्य स्थिति में हैं।
बासी खीर-पूड़ी के कारण हुई उल्टियां
सीएमएचओ डॉ. सुजॉय मुखर्जी ने बताया कि ग्राम तोरला (नवापारा) ग्राम महली सेक्टर के अंतर्गत आता है। बसंत पंचमी पर एक आयोजन के बाद खीर-पूड़ी का वितरण किया गया। इसके बाद ग्रामीणों को उल्टियां होनी शुरू हुई। जांच में पाया कि खीर-पुड़ी बासी होने की वजह से फूड पॉइजनिंग हुई। उन्होंने किसी भी आयोजन में किसी भी प्रकार के खाद्य पदार्थ (बासी) का वितरण अथवा सेवन नहीं करने की सलाह दी है।