सिविल लाइन पुलिस ने परसदा के एक ट्रांसपोर्टर से 70 पेटी प्रतिबंधित कफ सिरप जब्त किया। इसके भीतर 8 हजार 400 शीशी थी। ट्रांसपोर्टर इस कारोबार में काफी समय से जुड़ा हुआ था। चेन्नई से नशीली दवाएं मंगाकर यहां इस धंधे से जुड़े लोगों को सप्लाई करता था। वर्तमान में उसने 100 पेटी कोडिनयुक्त कफ सिरप मंगाया था। इसमें से 30 पहले ही खपा चुका था। मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मामले की एसएसपी पारुल माथुर ने खुलासा किया।
पुलिस का दावा है कि अवैध नशीली दवा की खेप जब्त करने की यह सबसे बड़ी कार्रवाई है। एसएसपी ने बताया कि शहर में नशीली दवाओं के साथ प्रतिबंधित कफ सिरप की बिक्री बढ़ती जा रही थी। इस दौरान सिविल लाइन पुलिस सूचना मिली कि परसदा स्थित राहुल ट्रांसपोर्ट के गोदाम में बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित सिरप छिपाकर रखी गई है और खरीदार पहुंच रहे हैं।
जांजगीर में 4 बार पकड़ा जा चुका है
पकड़े गए आरोपियों में ट्रांसपोर्टर चेन्नई से कफ सिरप मंगाता था। इसी तरह महेंद्र साहू मुख्य डीलर था। सत्यनारायण अग्रवाल इन्हें खपाता था। वहीं राजकुमार केंवट मुख्य आरोपी महेंद्र का सहयोगी था। महेंद्र साहू इससे पहले भी जांजगीर चांपा जिले में चार बाद प्रतिबंधित कफ सिरप के साथ पकड़ा जा चुका है।
ट्रांसपोर्टर ने कहा-बिल्टी फाड़ दी
सिविल लाइन टीआई परिवेश तिवारी के अनुसार ट्रांसपोर्टर ने चेन्नई से माल सप्लाई करने वाले का नाम नहीं बताया। कहा बिल्टी वह फाड़ चुका है। उसे भी इसके बारे में पता नहीं। चेन्नई में इसका रेट सस्ता है। एक शीशी का प्रिंट रेट 155 है। इसे यहां 250 में बिकता था। एक पेटी में 120 शीशी रहती है।
कांस्टेबल ने पता लगाया
कार्रवाई को प्रदेश की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई बताया जा रहा है। इसे पकड़वाने में कांस्टेबल सरफराज खान की प्रमुख भूमिका रही है। प्रेस कांफ्रेंस में इस बात की जानकारी एसएसपी ने खुद मीडिया को दी।