रायपुर । भाजपा जिला कार्यालय एकात्म परिसर में आज भाजपा नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल , पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने आरक्षण मामले को लेकर प्रेस वार्ता आयोजित किया। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा पिछले 2 महीने से भाजपा की लगातार 32% आरक्षण की मांग के सामने वह भूपेश सरकार को झुकना पड़ा। लेकिन हमे लगता है आरक्षण बिल को लेकर अभी भी उनकी नियत में खोट है क्योंकि उन्होंने अभी भी इस बिल को पूरी तैयारी से सदन में प्रस्तुत नहीं किया था। मुख्यमंत्री ने सस्ती लोकप्रियता अर्जित करने के लिए इस बिल को लाया है।
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा ” भाजपा लगातार यह मांग करती रही यह जो 32% आरक्षण हमारी जनजाति आदिवासियों भाइयों को मिल रहा था उसको जब उच्च न्यायालय ने 20% किया तब से हमारी लगातार यह डिमांड रही छत्तीसगढ़ की सरकार से आदिवासियों को 32% आरक्षण मिलता था वह उन्हें मिलता रहे। इसके लिए हमने राज्यपाल को अक्टूबर में पार्टी पदाधिकारी सांसद विधायकों ने ज्ञापन सौंपा था। इसके बाद भी लगातार हमारा जनजाति मोर्चा 2 महीने तक सड़क पर उतर कर आंदोलन किया। *1 और 2 दिसंबर को छत्तीसगढ़ के विधानसभा में एससी एसटी ओबीसी के लिए जो बिल लाया गया मैं समझता हूं कि यह बहुत जल्दबाजी में और बिना तैयारी के लाया गया। भूपेश सरकार की जो मंशा है वह आरक्षण देना कम है और राजनीति करना ज्यादा है।*
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा *बिलासपुर उच्च न्यायालय का फैसला 19 सितंबर को आता है पूरा अक्टूबर-नवंबर निकल गया 2 महीने 10 दिन तक यह सरकार कोई निर्णय नहीं ले पा रही थी। जब भानुप्रतापपुर उपचुनाव घोषित हुआ उसके बाद यह सरकार ने तय किया कि हम 1 और 2 दिसंबर को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर के पारित करेंगे यह इस बात का स्पष्ट संकेत है यह भानुप्रतापपुर के उपचुनाव में कांग्रेस हार के कगार पर खड़ी है और इससे चिंतित होकर के मुख्यमंत्री ने यह विधानसभा का विशेष सत्र आहूत किया है।*