शिवपुरी। एक प्राइवेट स्कूल आरटीई (राइट टू एजुकेशन) के तहत पढ़ने वाले बच्चों से फीस की मांग कर रहा है। पेरेंट्स ने स्कूल संचालक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मंगलवार को पेरेंट्स बच्चों के साथ 42 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर कलेक्ट्रेट पहुंचे, लेकिन कलेक्टर उन्हें नहीं मिले।
पेरेंट्स का कहना है कि उनके बच्चों का एडमिशन सिरसोद के रेनबो पब्लिक स्कूल में आरटीई के तहत हुआ है। अब स्कूल उनसे फीस मांग रहा है। इसकी शिकायत अमोला थाना पुलिस और सीएम हेल्पलाइन पर की थी, लेकिन स्कूल संचालक पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। पेरेंट्स के साथ पदयात्रा कर आए बच्चों के हाथों में पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम शिवराज सिंह चौहान के फोटो लगे बैनर हैं। सीएम शिवराज के फोटो में उनकी आंखों पर पट्टी बंधी है।
पेरेंट्स बोले- स्कूल संचालक ने बच्चों को पढ़ाने से मना किया
बृजेश लोधी ने बताया कि उनके बेटे ऋतुराज लोधी और बेटी कृतिका लोधी का रेनबो पब्लिक स्कूल, सिरसोद में आरटीई के तहत दाखिला हुआ था, लेकिन स्कूल संचालक श्याम सिंह सोलंकी 10 हजार रुपए की मांग कर रहे हैं। जबकि आरटीई के तहत पढ़ रहे बच्चों को फीस नहीं देनी होती है। इसकी शिकायत करा चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
दिनेश लोधी ने बताया कि मेरी बेटी का दाखिला आरटीई के तहत रेनबो पब्लिक स्कूल में हुआ था। इसके बावजूद हर साल फीस बढ़ाकर ली जा रही है। जानकी लाल ने बताया कि फीस नहीं देने पर स्कूल संचालक ने बच्चों को पढ़ाने से मना कर दिया।
ममता का कहना है कि एक बच्चा सातवीं कक्षा से पास होकर आठवीं में पहुंचा है, वह आरटीई के तहत पढ़ रहा है। फीस जमा नहीं करने पर उसे स्कूल से भगा दिया गया।
सीएम शिवराज के आंखों पर बांधी काली पट्टी
सीएम शिवराज के फोटो में उनकी आंखों पर पट्टी बांधने को लेकर पेरेंट्स ने कहा, भाजपा की सरकार में लगातार भ्रष्टाचारी पनप रहे हैं। शिकायत के बावजूद उन पर कार्रवाई नहीं हो रही, इसलिए सीएम शिवराज की आंखों पर काली पट्टी बांधी है। आज हमारे बच्चे पैदल यात्रा कर सोई हुई सरकार को जगाने का कार्य कर रहे हैं।