जबलपुर। बेसबॉल नेशनल प्लेयर संजना बरकड़े पर उसका दोस्त अब्दुल मंसूरी उर्फ राजन खान धर्मांतरण का दबाव डाल रहा था। संजना के सुसाइड से पहले राजन ने उसकी मां को अननोन नंबर से कॉल कर धमकाया था। संजना की मां गीताबाई बरकड़े ने बताया कि बेटी के सुसाइड से 9 दिन पहले आरोपी ने फोन करके कहा था- बच्ची को समझा दो, मेरी बात मान ले। पिता हरनाम बरकड़े का आरोप है कि अब्दुल मंसूरी ने बेटी से अपना धर्म छिपाकर दोस्ती की थी। तीन महीने पहले जब बेटी को सच पता चला तो उसने दोस्ती तोड़ दी थी।
माता-पिता के इन आरोपों पर पुलिस का कहना है कि संजना और राजन के बीच एक साल से बातचीत चल रही थी। दोनों के बीच क्या विवाद हुआ, क्या परिस्थिति बनी? इसकी जांच की जा रही है। आरोपी को गिरफ्तार किया जा चुका है। उससे सख्ती से पूछताछ चल रही है।
संजना का शव 5 जून की सुबह कमरे में पंखे से बनाए फंदे पर मिला था। माता-पिता शादी में हर्रई (सिवनी) गए हुए थे। लौटे तो बेटी फंदे से लटकी मिली। परिवार मूल रूप से सिवनी जिले का रहने वाला है। जबलपुर शहर में किराए के मकान में रहता है। संजना शहर के ही मानकुंवर बाई कॉलेज में BA सेकंड ईयर की छात्रा थी।
आरोपी ने फोन पर कहा था- बेटी से शादी करना चाहता हूं
संजना की मां गीता बाई बताती हैं, आरोपी ने बेटी को कॉल किया और कहा – अच्छा, मां से बात करवाओ मेरी…। बेटी ने मुझे फोन दे दिया। आरोपी ने पूछा- कौन, तुम लड़की की मां हो। अच्छा हुआ कि तुमसे बात हो गई। तुमसे से ही बात करना चाहता था। तुम बच्ची को समझा दो। हमारा धर्म कबूल करे। मैं उससे शादी करना चाहता हूं। अगर हमारे धर्म को कबूल नहीं करते, तो हम समझ चुके हैं कि कहां तुम्हारा परिवार है, कहां तुम रहते हो। हम मार डालेंगे। अगर कबूल कर लोगे, तो कुछ नहीं होगा। इसके बाद कॉल कर रहे लड़के ने फोन काट दिया। मैंने बच्ची से भी पूछा था कि यह कौन था, इसे पहचानती हो? बच्ची ने कहा- नहीं। इसके बाद उसने फोन ही बंद कर दिया।
उसने बेटी के मेडल तक चुरा लिए
पिता हरनाम बरकड़े ने बताया कि संजना को तीन महीने पहले पता चला था कि वह जिस राजन से बात करती है, वह अब्दुल मंसूरी है। उसने राजन से बात करना बंद कर दिया था। इससे नाराज होकर आरोपी ने बेटी के डॉक्यूमेंट चुरा लिए और उस पर प्रेशर बनाना शुरू कर दिया। टॉर्चर करने लगा। संजना ने नेशनल लेवल के बेसबॉल कॉम्प्टीशन में कई मेडल जीते, जो उसने चुरा लिए। मेडल लौटाने का कहती थी, तो कहता था कि मेरी बात मानो। उसने हर प्रकार से बच्ची पर दबाव बनाया।
हरनाम का कहना है, अब्दुल मंसूरी उर्फ राजन का टारगेट दूसरा था। वह मेरी बेटी का धर्मांतरण कराना चाहता था। जबलपुर पुलिस ने आरोपी को जल्द पकड़ लिया, मुझे कम से कम थोड़ी शांति है। पूरा न्याय नहीं मिला है। पुलिस को आरोपी का सीधे एनकाउंटर कर देना चाहिए। यदि यह नहीं हो पा रहा है, तो सीधे फांसी पर चढ़ा देना चाहिए। इतना भी नहीं होता है, तो मेरे सामने लाएं, मैं उसे सजा दूंगा।
संजना से मिलने तीन बार जबलपुर आया
संजीवनी नगर थाना पुलिस ने बताया कि अब्दुल मंसूरी उर्फ राजन खान को संजना सुसाइड केस में गिरफ्तार किया है। शुरूआती पूछताछ में युवक ने खुद को रीवा के एक स्कूल में कक्षा 11वीं का छात्र होना बताया है। उसने संजना से मुलाकात के लिए तीन बार जबलपुर आने की बात भी कबूली है। संजना ने राजन से पिछले कुछ दिन से दूरी बनाना शुरू कर दिया था। संभवत: वह ऐसा उसके साथ आगे दोस्ती कंटीन्यू नहीं रखने के लिए कर रही थी। इससे नाराज होकर राजन, संजना को फोटो, वीडियो वायरल करने की धमकी देकर प्रताड़ित कर रिलेशनशिप कंटीन्यू रखने का प्रेशर बना रहा था।
एएसपी बोले, धर्म परिवर्तन जैसी कोई बात नहीं
एडिशनल एसपी संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि दोनों की दोस्ती इंस्टाग्राम पर हुई। एक साल से बराबर दोस्ती थी। दोनों के बीच हुई बातचीत को पढ़ा है। धर्म परिवर्तन जैसी कोई बात सामने नहीं आई। न ही ऐसी बात सामने आई है, जिसमें आरोपी ने अपनी पहचान छिपाई हो। दोनों के बीच दोस्ती में क्या बात हुई है? यह जांच का विषय है। लड़की के मोबाइल को साइबर फॉरेंसिक के पास भेज रहे हैं। अगर कोई वीडियो या फोटो, जो उसने डिलीट कर दिया है, वो मिल जाएगा। पेरेंट्स और लड़की की सहेलियों के कथन को सच मानकर हमने गंभीर धाराओं में केस किया है। इसीलिए आरोपी बेल पर नहीं, जेल में है। पुलिस ने गंभीरता से काम किया है। जबलपुर पुलिस पहले दिन से ही लड़की के परिवार के संपर्क में है। इसकी पहली रिकॉर्डिंग से लेकर आखिरी रिकॉर्डिंग भी है। लड़की की मां से संपर्क किया गया। इस्लाम कबूल करने वाली बात बीच में नहीं आई है। परिजन के साथ में रहने वाले वकील ने भी इस तरह की बात नहीं बताई है।