मध्यप्रदेश। राज्य शिक्षा केंद्र की ओर से बोर्ड पैटर्न पर कराई गईं 5वीं और 8वीं परीक्षाओं के नतीजे आ गए हैं। रिजल्ट ग्रेड पर आधारित है। सरकारी स्कूल के बच्चों ने प्राइवेट स्कूलों के बच्चों को पीछे छोड़ दिया। 8वीं में मदरसे के 55% बच्चे फेल हुए हैं। 5वीं का रिजल्ट 82.27% रहा, जबकि 8वीं में 76.09% स्टूडेंट्स सफल रहे।
शहरों के मुकाबले ग्रामीण इलाकों के बच्चों ने बेहतर परफॉर्म किया है। 5वीं में ग्रामीण इलाकों के 86.58% स्टूडेंट्स पास हुए हैं, शहरों में यह आंकड़ा 72.73% है। 8वीं में ग्रामीण इलाकों से 78.96% और शहरी इलाकों से 68.83% छात्र-छात्राएं सफल रहे हैं।
छात्रों के मुकाबले छात्राओं का रिजल्ट बेहतर रहा है। 5वीं में 84.3% छात्राएं पास हुई हैं। छात्रों का प्रतिशत 80.3% है। 8वीं में 78.9% छात्राएं सफल रहीं। 73.5% छात्र 8वीं में पास हुए। सोमवार दोपहर 12.30 बजे स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने भोपाल में महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान में परिणाम जारी किए।
12 साल बाद प्रदेश के सरकारी और प्राइवेट स्कूल में दोनों एग्जाम बोर्ड पैटर्न पर इस साल मार्च से अप्रैल के बीच हुए। पिछले साल बोर्ड पैटर्न पर 5वीं और 8वीं के एग्जाम सिर्फ सरकारी स्कूलों में ही हुए थे। शिक्षा का अधिकार अधिनियम में हुए संशोधन के बाद ये परीक्षाएं बोर्ड पैटर्न पर फिर शुरू हुई हैं। 2010 में लास्ट बोर्ड था। रिजल्ट बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट rskmp.in पर देख सकते हैं। 10वीं और 12वीं बोर्ड कक्षा के परिणाम 20 मई के बाद घोषित होने की संभावना है।
5वीं का ऐसा रहा परिणाम…
9322 दिव्यांग छात्र-छात्राओं ने 5वीं की परीक्षा दी थी। 7306 (78.37%) स्टूडेंट्स सफल रहे।
स्कूल | स्टूडेंट्स ने परीक्षा दी | पास हुए | प्रतिशत |
सरकारी | 727759 | 613765 | 84.34% |
प्राइवेट | 448660 | 354767 | 79.07% |
मदरसा | 3464 | 2169 | 62.62% |
टोटल | 1179883 | 970701 | 82.27% |
क्षेत्रवार…
क्षेत्र | सम्मिलित छात्र-छात्राएं | इतने पास हुए | प्रतिशत |
ग्रामीण | 875753 | 749501 | 85.58% |
शहरी | 304130 | 221200 | 72.73% |
लड़कियां आगे…
छात्र | 606724 (परीक्षा दी) | 487418 (पास) | 80.34% |
छात्राएं | 573159 (परीक्षा दी) | 483283(पास) | 84.32% |
संभागवार…
संभाग | प्रतिशत | A+/A ग्रेड छात्र प्रतिशत |
भोपाल | 79.2% | 12.8% |
इंदौर | 89.0% | 10.7% |
ग्वालियर | 82.6% | 10.6% |
जबलपुर | 89.3% | 17.2% |
उज्जैन | 75.3% | 11.5% |
नर्मदापुरम | 84.0% | 11.2% |
सागर | 69.8% | 8.8% |
शहडोल | 90.2% | 13.0% |
चंबल | 87.8% | 14.6% |
रीवा | 78.6% | 14.1% |
बेहतर प्रदर्शन करने वाले टॉप 10 जिले
जिले | पासिंग% | A+/A ग्रेड छात्र % और जिले |
नरसिंहपुर | 98.4% | 27.5% (नरसिंहपुर) |
डिंडौरी | 97.3% | 22.1% (छिंदवाड़ा) |
अनूपपुर | 97.1% | 20.1% (सीहोर) |
अलीराजपुर | 95.8% | 18.6% (मुरैना) |
सीहोर | 95.6% | 18.0% (रीवा) |
मंडला | 95.5% | 17.4% (मंडला) |
छिंदवाड़ा | 93.8% | 16.5% (अनूपपुर) |
झाबुआ | 93.4% | 16.3% (डिंडौरी) |
मुरैना | 92.5% | 16.1% (इंदौर) |
बड़वानी | 91.7% | 15.8% (शाजापुर) |
8वीं का ऐसा रहा नतीजा…
8387 दिव्यांग स्टूडेंट्स ने 8वीं की परीक्षा दी थी। 5402 (64.41%) छात्र-छात्राएं सफल रहे।
स्कूल | स्टूडेंट्स ने परीक्षा दी | पास हुए | प्रतिशत |
सरकारी | 684971 | 523151 | 76.38% |
प्राइवेट | 378962 | 287178 | 75.78% |
मदरसा | 2472 | 1104 | 44.66% |
टोटल | 1066405 | 811433 | 76.09% |
क्षेत्रवार…
क्षेत्र | सम्मिलित छात्र-छात्राएं | इतने पास हुए | प्रतिशत |
ग्रामीण | 764125 | 603378 | 78.96% |
शहरी | 302280 | 208055 | 68.83% |
लड़कियां अव्वल…
छात्र | 546961 (परीक्षा दी) | 401815 (पास) | 73.46% |
छात्राएं | 519444 (परीक्षा दी) | 409618 (पास) | 78.86% |
संभागवार…
संभाग | उत्तीर्ण छात्र प्रतिशत | A+/A ग्रेड छात्र प्रतिशत |
भोपाल | 75.9% | 27.4% |
इंदौर | 81.2% | 22.1% |
ग्वालियर | 75.7% | 24.7% |
जबलपुर | 82.9% | 29.9% |
उज्जैन | 70.2% | 23.2% |
चंबल | 83.3% | 33.0% |
सागर | 65.4% | 21.0% |
शहडोल | 82.0% | 22.5% |
नर्मदापुरम | 75.1% | 20.5% |
रीवा | 71.8% | 27.6% |
बेहतर प्रदर्शन वाले टॉप 10 जिले
जिले | पासिंग% | A+/A ग्रेड छात्र % और जिले |
डिंडौरी | 95.9% | 45.5% (नरसिंहपुर) |
नरसिंहपुर | 95.4% | 39.0% (सीहोर) |
अलीराजपुर | 95.3% | 38.7% (मुरैना) |
अनूपपुर | 92.7% | 35.1% (रीवा) |
सीहोर | 92.4% | 33.1% (छिंदवाड़ा) |
मंडला | 92.3% | 30.2% (भोपाल) |
छिंदवाड़ा | 89.1% | 30.2% (शाजापुर) |
बड़वानी | 88.1% | 29.9% (भिंड) |
दतिया | 87.9% | 29.4% (बालाघाट) |
बुरहानपुर | 86.2% | 29.4% (ग्वालियर) |
24 लाख छात्र-छात्राओं ने दी थी परीक्षा
राज्य शिक्षा केंद्र के निदेशक धनराजू एस ने बताया, 2022-23 के सेशन में सरकारी, प्राइवेट स्कूल और मदरसों के 5वीं और 8वीं के छात्रों की परीक्षा बोर्ड पैटर्न पर हुई। 24 लाख स्टूडेंट्स ने परीक्षा दी थी। 87 हजार सरकारी, 24 हजार प्राइवेट स्कूल और 1 हजार से ज्यादा मदरसों के छात्र-छात्राएं परीक्षा में बैठे थे।
मार्च-अप्रैल में हुई थी परीक्षा
5वीं की परीक्षा 31 मार्च और 8वीं की परीक्षा 1 अप्रैल को खत्म हुई थी। प्रदेश में 12 हजार से अधिक सेंटर बनाए गए थे। राज्य शिक्षा केंद्र के प्रवक्ता अमिताभ अनुरागी ने बताया कि पिछले साल शिक्षा का अधिकार अधिनियम में संशोधन हुआ था। किस क्लास में बोर्ड पैटर्न लागू करना है या नहीं, यह राज्यों पर छोड़ दिया गया था। मध्यप्रदेश में 5वीं और 8वीं में बोर्ड पैटर्न लागू किया गया था। 2022 में सिर्फ सरकारी स्कूल में इसे लागू किया गया, लेकिन इस साल प्राइवेट स्कूल और मदरसों में भी बोर्ड पैटर्न पर परीक्षाएं कराई गईं।
ऐसे देख सकते हैं रिजल्ट
- आधिकारिक वेबसाइट-rskmp.in पर जाएं
- होमपेज पर रिजल्ट लिंक पर क्लिक करें
- एक नया लॉगिन पेज खुलेगा
- अपना यूजर आईडी और पासवर्ड डालें
- 5वीं या 8वीं कक्षा की मार्कशीट स्क्रीन पर चेक करें