छतीसगढ। जेईई मेंस सेशन-2 का रिजल्ट जारी कर दिया गया है। प्रदेश के हजारों बच्चों ने इस एग्जाम में क्वॉलीफाई किया है। आदिवासी इलाकों के बच्चे जो सरकार के प्रयास हॉस्टल में रहकर तैयारी कर रहे थे। इनमें से 150 को कामयाबी मिली है। रायपुर के अखिलेश अग्रवाल ने 107 रैंक के साथ क्वॉलीफाई किया है। ये सभी अब जेईई एडवांस में शामिल होंगे।
रायपुर के विराज विजयकुमार लिल्हारे को 204 रैंक, नमन शर्मा को 615 रैंक और निलाक्ष मलिक को 962 रैंक मिले हैं। शहर के 25 से ज्यादा बच्चों ने 99 परसेंटाइल से ज्यादा हासिल किया है। वहीं 300 से ज्यादा बच्चों ने एडवांस क्वॉलीफाई किया है। 4 जून को एडवांस के एग्जाम हैं। इसके लिए आवेदन प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। ये परीक्षा देश के टॉप इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट में एडमिशन के लिए होती है।
सुबह 4.30 बजे से शुरू होती थी तैयारी
अखिलेश अग्रवाल ने बताया कि मैं हर रोज सुबह 4.30 बजे उठने के बाद 3 घंटे पढ़ाई करता था। उसके बाद क्लासेस होती थी। इस तरह रोजाना 11 घंटे की पढ़ाई करता था। अखिलेश ने बताया कि पहले मैं लगातार 1 घंटे नहीं बैठ पाता था। इसके बाद टीचर्स के कहने पर ही मेडिटेशन शुरू किया। हर रोज मेडिटेशन से मेरे अंदर बदलाव आया और मेरा ध्यान पढ़ाई में अधिक लगने लगा।
मुझे मैथ्स में 100 में 100 नंबर आए हैं। जेईई फर्स्ट सेशन में 275 और सेकेंड सेशन में 270 अंक आए थे। आगे एडवांस की तैयारी करूंगा। पापा निर्मल किशोर अग्रवाल बिजनेसमैन और मां का नाम गोल्डी अग्रवाल है। इंजीनियरिंग का सपना लिए अखिलेश की कोशिश है कि देश के टॉप IIT में दाखिला मिले। हर सब्जेक्ट को कई-कई बार रिवीजन किया। बीते 2 सालों से अखिलेश तैयारी में लगे थे।