नए सत्र से जिले में खुलेंगे 21 स्वामी आत्मानंद स्कूल….

नए सत्र से जिले में खुलेंगे 21 स्वामी आत्मानंद स्कूल….

छत्तीसगढ़ी। इस साल नए शैक्षणिक सत्र में जिले में 21 स्वामी आत्मानंद स्कूल खोलने की तैयारी है। जहां कक्षा पहली से 12वीं तक की पढ़ाई होगी। इसके लिए शिक्षा विभाग ने राज्य शासन को प्रस्ताव भेज दिया है। शिक्षा विभाग के अफसरों का दावा है कि शासन स्तर से सहमति मिलने के बाद चरणवार आत्मानंद स्कूल अस्तित्व में आ रहे हैं। अधिकांश स्थानों मंे प्रवेश प्रकिया भी चल रही है।

जितने भी स्थानों में स्वामी आत्मानंद स्कूल खोलने की प्लानिंग बनी है, वह ग्रामीण क्षेत्र के दायरे में आ रहे हैं। ऐसे में छात्र-छात्राओं को ब्लॉक व जिला मुख्यालय का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। विभागीय अफसरों का दावा है कि शासन की ओर से अंतिम सहमति मिलने के बाद नए शैक्षणिक सत्र से चिन्हांकित सरकारी आत्मानंद स्कूल अस्तित्व में आ जाएगा। अगर शासन स्तर से देरी भी होती है तो स्थानीय स्तर पर आवेदन के आधार पर कक्षावार बच्चों को प्रवेश दिया जाएगा। वर्तमान में संचालित स्कूलों में जितनी सीटें निर्धारित है, उतना ही नए स्कूलों में भी रहेगा। इस स्थिति में ज्यादा आवेदन आने पर लॉटरी सिस्टम से बच्चों को चयन कर प्रवेश दिया जाएगा। जिला स्तर पर स्कूल संचालन के लिए जगह फाइनल हो चुका है।

शासन से आदेश आने के बाद होगी नियुक्ति: शिक्षा विभाग के अनुसार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कई जिले का दौरा कर भेंट मुलाकात कार्यक्रम में क्षेत्रवासियों की मांग पर अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोलने की घोषणा की है। पिछले सत्र भी कई स्थानों में स्कूल खुले थे। इस बार भी राज्य स्तर से बालोद सहित अन्य जिले में कहां-कहां स्कूल खुलेगा, इस संबंध में आदेश जारी हो सकता है। इसी अनुसार स्कूल संचालन, बच्चों को पढ़ाने शिक्षकों व स्टाफ की व्यवस्था की जाएगी।

जानिए, कहां-कहां स्कूल खाेलने की है तैयारी

शाउमा विद्यालय मंगचुवा, सिकोसा, अरमरीकला, कन्नेवाड़ा, कुसुमकसा, बोहारा, बोहारा (सनौद), पुरूर, लाटाबोड़, झलमला, खल्लारी, चिखलाकसा, अछोली, दुधली, कचादुंर, कन्या अर्जुन्दा, घोटिया, आमाडुला, निपानी, मोहंदीपाट, रानाखुज्जी, सुरेगांव में आत्मानंद स्कूल खोलने की प्लानिंग शिक्षा विभाग ने बनाई है। इसमें से 15 स्थानों में प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई है, जबकि 6 स्थानों में संचालन के लिए वित्तीय स्वीकृति नहीं मिल पाई है।

मंगचुवा, सिकोसा, अरमरीकला, कन्नेवाड़ा, कुसुमकसा में अंग्रेजी और बोहारा, पुरूर, लाटाबोड़, झलमला, खल्लारी, चिखलाकसा, अछोली, दुधली, कचांदुर, कन्या अर्जुन्दा में हिंदी माध्यम से पढ़ाई होगी। इसी अनुसार शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। वहीं वित्तीय स्वीकृति मिलने के बाद आमाडुला, घोटिया, निपानी, मोहंदीपाट, रानाखुज्जी, सुरेगांव में किस माध्यम से पढ़ाई होगी, यह वित्तीय स्वीकृति के बाद स्पष्ट हो पाएगा। हालांकि इनमें से कई स्थानों में आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है। पात्र मिले आवेदनों के आधार पर 50% बालिकाओं, 25% बीपीएल व 25% अन्य सामान्य कुल तीन वर्ग के लिए सीटें तय कर एडमिशन दिया जाएगा।

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