उज्जैन। केंद्रीय भैरवगढ़ जेल में DPF(डिपार्टमेंटल प्रोविडेंट फंड) गबन कांड में पुलिस ने मुख्य आरोपी पूर्व जेल अधीक्षक उषाराज की बेटी उत्कर्षणी उर्फ पावली (24) को सोमवार को भोपाल से गिरफ्तार किया है। आरोप है कि पावली ने गबन के पैसों को ठिकाने लगाने में मां की मदद की है। उसके पास से करीब 250 ग्राम सोना और एक किलो चांदी मिली है। रात में उसे कोर्ट में पेश किया गया। यहां भाई और मौसी को देखकर वह रोती रही। कोर्ट ने उसे दो दिन की पुलिस रिमांड पर सौंपा है।
मां की गिरफ्तारी के बाद से थी लापता
चूंकि भैरवगढ़ पुलिस पूर्व जेल अधीक्षक उषा राज से पूछताछ में ज्यादा कुछ उगलवा नहीं पाई थी। उसके लॉकर से 3 किलो सोना, जमीनों के दस्तावेज और नकदी मिले थे। पुलिस को शक था कि उषा राज के रहस्य उसकी बेटी उत्कर्षणी को पता हो सकते हैं। मां की गिरफ्तारी के बाद से ही वह लापता थी। इसके बाद से पुलिस को उसकी तलाश थी।
रविवार को पुलिस को उत्कर्षणी के भोपाल में होने की सूचना मिली थी। इसके बाद पुलिस ने दबिश देकर उसे पकड़ लिया। वह अपने दोस्तों के साथ थी। उसके पास से एक बैग मिला। बैग की तलाशी ली गई तो उसमें करीब 250 ग्राम सोना और एक किलो चांदी मिली। पुलिस को आशंका है कि उसके पास और भी कुछ जानकारी है, जो छुपा रही है। इसलिए पुलिस ने कोर्ट में चार दिन के रिमांड के लिए अर्जी लगाई थी।
कोर्ट परिसर में 3 घंटे सहमी रही
सोमवार को पावली को कोर्ट में पेश किया गया। इस दौरान वह करीब 3 घंटे तक चेहरे पर कपड़ा बांधे चुपचाप सहमी हुई बैठी रही। कोर्ट में उसका भाई और मौसी मिलने आई, तो वो रोने लगी। इस बीच, वह लगातार पुलिसकर्मियों से पूछताछ करती रही कि आगे क्या होगा।
उषा राज समेत तीन को भेज चुके हैं इंदौर जेल
14 दिन की रिमांड खत्म होने बाद शनिवार को उषा राज समेत तीन अन्य आरोपियों को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया था। उषा राज ने जान पर खतरा बताते हुए मजिस्ट्रेट सामने भैरवगढ़ जेल में नहीं भेजने की गुहार लगाई। जिस पर कोर्ट ने 17 अप्रैल तक उषा राज, रिपुदमन, शैलन्द्र सिकरवार को इंदौर जेल और शुभम को भैरवगढ़ जेल भेज दिया।
केंद्रीय भैरवगढ़ जेल में हुए 13.54 करोड़ के गबन मामले में पुलिस ने 13 लोगों को आरोपी बनाया है। इनमें से नौ आरोपियों को पुलिस ने पकड़ लिया है। शुक्रवार को जगदीश परमार की रिमांड खत्म होने पर कोर्ट ने उसे महिदपुर जेल भेजा था।