भारत में पांच दशक बाद पहली बार चीते का जन्म हुआ है। कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से आई फीमेल चीता सियाया ने बुधवार को 4 शावकों को जन्म दिया। केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र यादव ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है। सियाया के प्रेग्नेंट होने की जानकारी 20 दिन पहले कूनो नेशनल पार्क के मैनेजमेंट को मिली थी। तभी से उसे स्पेशल ट्रीटमेंट दिया जा रहा था। दो दिन पहले फीमेल चीता साशा की मौत हो गई थी।
पिछले साल 17 सितंबर को PM नरेंद्र मोदी ने अपने जन्मदिन के अवसर पर नामीबिया से लाए गए 8 चीतों को कूनो में छोड़ा था, जिन्हें 50 दिन छोटे बाड़ों में क्वारैंटाइन रखने के बाद बड़े बाड़े में शिफ्ट कर दिया गया। करीब दो महीने पहले तीन फीमेल और दो मेल चीतों को एक बाडे़ में छोड़ा गया था। इसी साल 18 फरवरी को दक्षिण अफ्रीका से 12 चीतों की दूसरी खेप कूनो लाई गई थी।

कितने दिन का होता है चीता का प्रेग्नेंसी पीरियड
भास्कर ने सबसे पहले बताया था कि 6 जनवरी को चीतों के बीच मेटिंग देखी गई है। हालांकि उस समय कूनो प्रबंधन ने इसकी पुष्टि नहीं की थी। चीतों का गर्भकाल 90 दिनों का होता है। इस लिहाज से मेटिंग के 82 दिनों बाद बच्चे पैदा हुए हैं।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य-प्राणी) जेएस चौहान ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से सियाया की गतिविधियां बाड़ा क्रमांक 5 में एक ही स्थान पर केंद्रित थी। इससे यह एहसास हुआ कि संभवत: वह बच्चों को जन्म देने वाली है। बुधवार को जब वह शिकार के लिए निकली तो नामीबियाई चीता विशेषज्ञ इलाई वॉकर ने संबंधित स्थान पर सुरक्षित दूरी से देखने पर पाया कि मादा चीता ने 4 शावकों को जन्म दिया है।
CM शिवराज बोले-
एक अच्छी खबर है..खुशखबरी है..हम एक दिन पहले दुखी हुए थे..किडनी के संक्रमण के कारण सासा को बचा नहीं पाए थे..लेकिन सियाया ने अब 4 शावकों को जन्म दिया है और सभी स्वस्थ हैं..मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन को भी प्रणाम करता हूं। चीता पुनर्स्थापना करने का प्रोजेक्ट सफलता की दिशा में जा रहा है।