राजधानी रायपुर में पंजाब के खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के समर्थन में रैली निकाली गई। वारिस पंजाब दे संगठन के मुखिया के पक्ष में जमकर नारेबाजी की गई। तेलीबांधा गुरुद्वारे से सिख समाज से जुड़े सैकड़ों लोग शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने रायपुर के आम आदमी पार्टी कार्यालय में पंजाब सरकार के खिलाफ पुतला फूंककर प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों ने कहा की अमृतपाल सिंह पंजाब में नशे के खिलाफ काम कर रहा था। वह युवाओं को नशे के चंगुल से बाहर निकालने की कोशिश में लगा है। लेकिन पंजाब सरकार ने ड्रग माफियाओं के खिलाफ उठने वाली आवाज को दबाने के लिए उन्हें बदनाम कर रही है। इसके अलावा सरकार उन्हें आतंकवादी भी घोषित करने में लगी हुई है।
वही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस मुद्दे को लेकर बुधवार को विधानसभा में कहा था कि जब से पंजाब में नई सरकार बनी है। वहां के हालात लगातार खराब हो रहे है। ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। पंजाब एक अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटा हुआ राज्य हैं वहां की ये स्थिति चिंताजनक है। यहां के बहुत लोगों ने अपनी जान गंवाई जिसके बाद पंजाब एक शांत राज्य बना था।
अमृतपाल के समर्थन में राजधानी में निकाली गई रैली पर पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि देश विरोधी गतिविधि करने वाले लोगों के लिए छत्तीसगढ़ शरणगाह बन गया है। राज्य सरकार के संरक्षण में देश विरोधी रैली निकालना दुर्भाग्यजनक और शर्मनाक है।
उन्होंने मांग की सरकार को देश विरोधी काम करने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। हालांकि खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह फिलहाल पंजाब पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। पंजाब पुलिस लगातार उसे खोजने में लगी हुई है। बीते दिनों से पंजाब के कई जिलों में इंटरनेट भी बंद कर दिया गया था।