बस्तर जिले में 25 मार्च को केंद्रीय अर्धसैनिक बल (CRPF) के 84वें स्थापना दिवस पर परेड का आयोजन होने जा रहा है। आजादी के 75वें महोत्सव में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 75 ‘महिला डेयरडेविल्स’ बाइक से 9 मार्च को दिल्ली के इंडिया गेट से जगदलपुर के लिए निकली हैं। ये वीमेन बाइकर्स बुधवार को रायपुर के बाराडेरा मंदिर हसौद स्थित सीआरपीएफ कैंप में पहुंचीं। यहां इनका भव्य स्वागत किया गया। महिला डेयरडेविल्स टीम में छत्तीसगढ़ की 3 बेटियां भी शामिल हैं।
छत्तीसगढ़ के सीआरपीएफ की बटालियन ने इन्हें राज्य के बॉर्डर के नजदीक आते ही रिसीव किया। उसके बाद ये 75 महिला डेयरडेविल्स पायलट गाड़ियों के बीच बुलेट राइड करते हुए ग्रीन कॉरिडोर से छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव और दुर्ग को पार करते हुए रायपुर पंहुचीं। महिला सशक्तिकरण का मैसेज देते हुए उनकी ये यात्रा कई राज्यों से होकर गुजरी। ये बाइक रैली 25 मार्च को जगदलपुर में समाप्त होगी, यहां परेड सेरेमनी आयोजित होगा।
इस समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। वे जगदलपुर जिला मुख्यालय से आमसभा को भी संबोधित करेंगे। राज्य के सबसे दक्षिणी क्षेत्र में स्थित बस्तर सुकमा, दंतेवाड़ा और बीजापुर जैसे जिलों से घिरा हुआ है, जहां सीआरपीएफ के नेतृत्व में सुरक्षाबलों की ओर से नक्सलियों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की गई है।
अपने इस पूरे सफर के दौरान महिला बाइकर्स ने स्कूली बच्चों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और स्वयं सहायता समूहों के साथ काम करने वालों लोगों से संपर्क किया और उन्हें मोटिवेट भी किया। CRPF के इस कारवां का नेतृत्व कर रहीं डिप्टी कमांडेंट तारा यादव ने कहा कि इस रैली में भाग लेने वाली कई महिला बाइकर्स पहले बाइक चलाने में कंफर्टेबल नहीं थीं, लेकिन उन्हें इसकी पूरी ट्रेनिंग दी गई। प्रशिक्षण के बाद अब वे एक बार में लगभग 300 किमी तक बाइक चला लेती हैं। हम लोगों को एक ठोस मैसेज देना चाहते हैं कि महिलाएं किसी भी काम में पीछे नहीं हैं।
महिला डेयरडेविल्स की टीम में छत्तीसगढ़ की 3 बेटियां भी शामिल हैं, जिसमें बस्तर के राजुर गांव की सारा कश्यप भी हैं। इन्होंने 2 साल पहले सीआरपीएफ जॉइन किया था। दैनिक भास्कर से बातचीत में उन्होंने कहा कि घर के लोगों का विश्वास और सपोर्ट मिले, तो महिलाएं किसी भी फील्ड में आगे जा सकती हैं। वे न सिर्फ पुरुषों के बराबर बल्कि उनसे भी आगे जा सकती हैं। अगर आप खुद पर विश्वास करें, तो आप कुछ भी कर सकती हैं।
छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले की प्रीति साहू ने कहा कि दिल्ली से हम साहस और शौर्य का मैसेज लेकर आए हैं। हम एक दिन में करीब 300 से 350 किलोमीटर तक बाइक राइड करते हैं। थोड़ी-बहुत थकान होती है, लेकिन हौसले मजबूत हैं। 75 CRPF महिला कमांडो की इस यात्रा का मकसद नक्सल प्रभावित इलाके छत्तीसगढ़ में महिला सशक्तिकरण का संदेश देना है। 1 हजार 848 किलोमीटर की इस बाइक रैली ने 5 राज्यों को कवर किया है।
दिल्ली से उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र से होकर सीआरपीएफ की महिला कमांडो छत्तीसगढ़ पहुंची हैं। सीआरपीएफ के जवान करीब 20 सालों से छत्तीसगढ़ राज्य के नक्सल प्रभावित जिलों में तैनात हैं। जगदलपुर सर्वाधिक नक्सल प्रभावित इलाकों में से एक है, जहां कई बार सीआरपीएफ ने अपनी वीरता का परिचय दिया और जवानों ने नक्सल विरोधी अभियानों में अपनी शहादत दी। अब जब हाल ही के दिनों में नक्सल विरोधी अभियान में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है, तो उन इलाकों के सामाजिक ताने-बाने से जुड़ने के लिए ये अभियान अहम कड़ी साबित होगा।
कई शहरों में रुका कारवां
सीआरपीएफ की इन महिला बाइकर्स का कारवां 5 राज्यों के कई बड़े शहरों में ठहरा, जिसमें ग्वालियर, शिवपुरी, भोपाल, भंडारा, रायपुर और अगला पड़ाव कोंडागांव में होगा। इस पूरी यात्रा के दौरान कई जगहों पर फ्लैग इन फ्लैग ऑफ सेरेमनी भी हुई।
पूरे ब्लैक कपड़ों में दर्जनों बुलेट गाड़ियों पर 75 महिलाओं का कारवां जब गुजरा, तो लोगों ने अपने फोन निकालकर वीडियो बनाने शुरू कर दिए। जगह-जगह लोग इन्हें देखकर उत्साहित होते रहे और जय हिंद भारत माता की जय के नारे लगाकर लोग जोश में दिखे।