रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा परिसर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए भाजपा के वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने राज्य की कांग्रेस सरकार पर राज्यपाल के अभिभाषण को लेकर जालसाजी का आरोप लगाया है। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि देश के संसदीय इतिहास में यह पहली बार हुआ होगा कि किसी राज्य के राज्यपाल जो विधानसभा में भाषण करते हैं वह अलग हो और जो सदन में सदस्यों को बांटा जाए वह अलग हो। राज्यपाल प्रदेश संवैधानिक प्रमुख हैं, विधानसभा के प्रमुख हैं उनके बिना दस्तखत के कोई नियम कानून लागू नहीं होता।
अगर यह सदन के बाहर होता तो फ्रॉड होता 420 का अपराध दर्ज होता। इस सरकार ने राज्यपाल ने जिस भाषण की अनुमति नहीं दी उसे सदन में बटवा दिया यह भी चारसौ बीसी ही है।हमने सदन से कॉपी निकाली है। अंग्रेजी में जो राज्यपाल का अभिभाषण लिखा है वह अलग है और जो हिंदी का बांटा गया वो अलग है।ऐसी सरकार जो राज्यपाल के साथ फ्राड कर सकती है उसे 1 मिनट पद पर नहीं रहना चाहिए।
इस मामले को लेकर हमने विशेषाधिकार भंग और अवमानना की सूचना दी है। आवश्यकता होगी तो कानूनी सलाह लेकर जो जालसाजी की गई है राज्यपाल के अभिभाषण मुद्दे पर हम न्यायालय जाएंगे और सरकार पर कानूनी कार्रवाई का आग्रह करेंगे।