छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेताओं के यहां छापे की कार्रवाई बंद होने के बाद बुधवार को नवा रायपुर के संचालनालय भवन स्थित श्रम आयुक्त के कार्यालय और GST भवन में छापा पड़ा। ED की टीम वहां रजिस्टर और दूसरे दस्तावेज खंगाल रही है।
बताया जा रहा है, ED की एक टीम ने नवा रायपुर के कैपिटल कॉम्पलेक्स स्थित इंद्रावती भवन में दोपहर के समय दस्तक दी। CRPF जवानों के साथ पहुंचे ED के अधिकारी सीधे श्रम आयुक्त के कार्यालय पहुंचे। उस समय वहां एक बैठक चल रही थी। ED ने वहां मौजूद अधिकारियों को अपने आने की सूचना दी उसके बाद कार्यालय में किसी का आना-जाना रोक दिया गया। कार्यालय के बाहर गलियारे में सीआरपीएफ के जवान खड़े हो गए। वहीं अधिकारियों ने दस्तावेजों की तलाश शुरू की। बताया जा रहा है, कम्प्यूटर का डाटा भी देखा जा रहा है।
ED की एक दूसरी टीम नवा रायपुर में ही स्थित GST भवन पहुंची है। इसकी तीसरी मंजिल पर स्थित कार्यालयों में तलाशी की जा रही है। बताया जा रहा है, वहां भी सीआरपीएफ के जवानों ने कर्मचारियों के आने-जाने पर रोक लगा दी है। ED के अफसरों ने वहां कुछ दस्तावेज मांगे हैं। उनको देखा जा रहा है, उसके अलावा कम्प्यूटर और फोन भी चेक किया जा रहा है। अधिकारियों-कर्मचारियों से पूछताछ की भी खबर है, हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है।
सन्नी अग्रवाल के घर छापे से जुड़ रही है कड़ी
ED ने सोमवार को कांग्रेस नेता सुशील सन्नी अग्रवाल के घर पर छापा मारा था। सन्नी अग्रवाल भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार मंडल के अध्यक्ष हैं। इसकी वजह से श्रम आयुक्त कार्यालय में छापे को इससे जोड़ा जा रहा है। बताया जा रहा है, ED ने मंगलवार देर तक सन्नी अग्रवाल के यहां जांच और पूछताछ की थी।
पिछले सोमवार से चल रही छापेमारी
छत्तीसगढ़ में सोमवार सुबह से प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 6 कांग्रेस नेताओं के ठिकानों पर छापा मारा था। इसमें विधायक और पार्टी पदाधिकारी शामिल हैं। ED की छापेमार कार्रवाई का रायपुर में कांग्रेस जमकर विरोध कर किया। युवा कांग्रेस और NSUI के कार्यकर्ताओं ने ED मुख्यालय का घेराव कर दिया था। CRPF के जवानों के साथ प्रदर्शनकारियों की झड़प हुई। जिसके बाद जवानों ने लाठीचार्ज कर दिया था।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सोमवार को दोपहर प्रदेश प्रभारी कुमारी सेलजा, प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम और अपने 9 मंत्रियों के साथ राजीव भवन पहुंचे थे।
कांग्रेस नेताओं के घर पर ED की छापेमारी से कांग्रेस आग-बबूला हो गई है। दिल्ली से लेकर रायपुर तक केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ED के छापे को राजनीतिक हमला बताते हुए कहा था कि, कांग्रेस ऐसी दमनकारी कार्रवाई के आगे झुकेगी नहीं। जब-जब कांग्रेस पार्टी कोई बड़ा कदम उठाती है, यहां छापे पड़ते हैं।