देश में चीतों के इकलौते घर कूनो अभयारण्य में 12 नए सदस्य आने वाले हैं। इनकी अगवानी के लिए कूनो पूरी तरह तैयार है। ये चीते दक्षिण अफ्रीका से विशेष अनुबंध के तहत लाए जा रहे हैं। इन्हें दक्षिण अफ्रीका में आखिरी बार खाना बुधवार को दिया गया। अब इन्हें अगला खाना भारत में 18 फरवरी को दिया जाएगा। इसी दिन सीएम शिवराज सिंह चौहान इन चीतों का कूनो में स्वागत करेंगे और उन्हें बाड़े में रिलीज करेंगे। उनके साथ केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र पटेल भी होंगे।
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि इंडियन एयरफोर्स के सी-17 ग्लोब्समास्टर मास्टर प्लेन साउथ अफ्रीका के लिए सुबह रवाना हुआ। शनिवार को 12 चीते भारत लाए जाएंगे। चीता प्रोजेक्ट चीफ एसपी यादव ने बताया कि प्लेन साउथ अफ्रीका के हिंडन एयरबेस से शुक्रवार को टेक ऑफ करेगा और ग्वालियर में शनिवार सुबह 10 बजे लैंड करेगा।
कूनो अभयारण्य में पिछले साल सितंबर में 8 चीते नामीबिया से लाए गए थे। इन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जन्मदिन के मौके पर देश को समर्पित करते हुए बड़े बाड़े में रिलीज किया था। अब चीतों की दूसरी खेप दक्षिण अफ्रीका से आ रही है। इसके साथ ही कूनो में चीतों की संख्या 8 से बढ़कर 20 हो जाएगी। चीतों की दूसरी खेप भारत लाने की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। प्लान पर अमल भी शुरू हो चुका है।
बुधवार को दक्षिण अफ्रीका में 12 चीतों का हेल्थ चेकअप किया गया। इसके बाद उन्हें खाना खिलाया गया। वन विभाग के अफसरों ने बताया कि चीते दो-तीन दिन में एक बार ही खाते हैं, इसलिए अब ये सीधे 18 फरवरी को खाएंगे। इस बीच पेट में ज्यादा खाना नहीं होने से इन्हें फ्लाइट में भी असुविधा नहीं होगी।
एयर फोर्स का विमान लाएगा ग्वालियर
दक्षिण अफ्रीका से चीतों की खेप 17 फरवरी की शाम रवाना होगी। इसे रिसीव करने के लिए एयरफोर्स का विशेष विमान जाएगा। दक्षिण अफ्रीका के ओ आर टैम्बो एयरपोर्ट से चीतों को लेकर एयर फोर्स का ये जहाज 18 फरवरी की सुबह 10 बजे ग्वालियर एयरपोर्ट बेस पहुंचेगा। जहां से 11 बजे सभी चीतों को एयर फोर्स के मालवाहक हेलिकॉप्टर से कूनो ले जाया जाएगा। करीब 30 से 35 मिनट में उन्हें ग्वालियर से कूनो पहुंचा दिया जाएगा। कूनो के अंदर हेलीपैड बनाए गए हैं। दोपहर 12.30 बजे तक इन्हें क्वारैंटाइन बाड़ों में रिलीज कर दिया जाएगा।
8 से 10 साल तक हर साल भारत लाए जाएंगे 12 चीते
पिछले महीने भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच चीते लाए जाने का करार हुआ था। इसके बाद अब 8 से 10 वर्षों तक हर साल 12 चीते भारत लाए जाएंगे। इसके बाद देश में चीतों की संख्या और भी बढ़ेगी। पहली खेप में जो 8 चीते कूनो आए थे, उनमें भी एक या दो के प्रेग्नेंट होने की संभावना है। चीतों को कूनो का माहौल इसी तरह रास आया, तो यहां 10 साल में 100 से ज्यादा चीते होंगे।
फिलहाल कूनो अभयारण्य के बाड़े में धूप सेंक रहे हैं नामीबिया से आए चीते। जल्द ही इन्हें खुले जंगल में छोड़ दिया जाएगा।
खुले जंगल में जल्द जाएंगे 8 चीते, देख सकेंगे पर्यटक
दक्षिण अफ्रीका से 12 चीतों को कूनो लाए जाने के साथ अब जल्द ही उन 8 चीतों को बड़े बाड़े से खुले जंगल में छोड़ने की तैयारी भी की जा रही है। इन्हें छोड़ने का निर्णय चीता टास्क फोर्स के अधिकारी लेंगे, जिसके बाद पर्यटक भी चीतों को देख सकेंगे। खुले जंगल में छोड़े जाने के बाद चीते किस इलाके के जंगल में जाना और रहना पसंद करेंगे, यह तो उन्हें छोड़े जाने के बाद ही पता लग सकेगा, लेकिन कूनो के हर एक हिस्से में आवाजाही के लिए मुरुम मिट्टी वाली रोड बनाई जा रही है। गाड़ियों पर सवार होकर पर्यटक दूसरे वन्यजीवों के साथ चीतों को भी देख सकेंगे।
दक्षिण अफ्रीका के चीतों के रहने लिए मुफीद
कूनो डीएफओ प्रकाश वर्मा का कहना है कि दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया एक-दूसरे से ज्यादा दूर नहीं हैं। इस वजह से वहां का वातावरण लगभग एक जैसा ही है। नामीबिया के चीतों को कूनो का वातावरण खूब भा रहा है। दक्षिण अफ्रीका के चीतों के लिए भी यहां का वातावरण मुफीद है।
सीएम और वन मंत्री का कार्यक्रम निर्धारित
दक्षिण अफ्रीका से लाए जा रहे 12 चीतों को रिलीज करने के लिए इस बार सीएम शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र सिंह कूनो आ रहे हैं। केंद्रीय मंत्री 17 फरवरी यानी शुक्रवार को कूनो पहुंच जाएंगे। सीएम शिवराज सिंह चौहान हेलिकॉप्टर से शनिवार को सुबह 11 बजे कूनो पहुंचेंगे। सीएम का दौरा कार्यक्रम अधिकारियों के पास पहुंच गया है।
डीएफओ बोले- तैयारी पूरी हो चुकी है
कूनो डीएफओ प्रकाश वर्मा का कहना है कि दक्षिण अफ्रीका से कूनो में 18 फरवरी को चीते लाए जाएंगे। कूनो के अंदर हमने सारी तैयारियां पूरी कर ली हैं। सीएम और केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र सिंह का दौरा कार्यक्रम हमारे पास आ गया है। चीतों की नई खेप के वेलकम के लिए हम उत्सुक हैं।
राष्ट्रीय टिकट संग्रह प्रदर्शनी में चीतों पर विशेष कवर
डाक विभाग ने राष्ट्रीय टिकट संग्रह प्रदर्शनी के मौके पर चीतों को दर्शाते हुए स्पेशल कवर जारी किया है। इसे भारत की प्राकृतिक धरोहर बताया गया है।