छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के एक नक्सल प्रभावित गांव में विधायक, कलेक्टर और SP हाथों में ढोल लेकर पारंपरिक नृत्य करते नजर आए। अफसर और नेता गांव वालों के साथ जमकर थिरके। इनके पारंपरिक डांस करने का वीडियो अब सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है। इनका यह अंदाज इलाके के लोगों को खूब पसंद आया। विधायक ने कहा कि, यह हमारी संस्कृति है। नाच-गान कर हम खुशियां बांटते हैं।
पारंपरिक नृत्य करते।
दरअसल, एक दिन पहले जिले के कुटरू गांव में ग्रामीण खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन हुआ था। इस खेलकूद प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए बीजापुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक विक्रम मंडावी, कलेक्टर राजेंद्र कटारा और SP अंजनेय वार्ष्णेय शामिल हुए थे। यहां खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाया। इस मौके पर इस खेलकूद प्रतियोगिता में शामिल इलाके के ग्रामीणों ने इन्हें अपने साथ पारंपरिक नृत्य करने का आह्वान किया।
ग्रामीणों संग नृत्य किए।
जिसके बाद विधायक, कलेक्टर और SP इन तीनों ने हाथों में पारंपरिक ढोल पकड़कर बजाते हुए जमकर थिरके। क्षेत्रीय विधायक विक्रम मंडावी ने कलेक्टर और SP को नृत्य के स्टेप्स भी सिखाए। नक्सलगढ़ इलाके में ग्रामीणों संग पारंपरिक नृत्य करने इनकी वीडियो सोशल मीडिया में अब खूब वायरल हो रही है।
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नवरात्रि में खूब थिरकी थीं विधायक संगीता सिन्हा
बालोद जिले में पिछले साल नवरात्रि के मौके पर विधायक संगीता सिन्हा गरबा खेलती हुई नजर आई थीं। नवरात्रि में कई जगहों पर गरबा का आयोजन किया गया था। जहां आम लोगों के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों ने भी देवी की आराधना करते हुए गरबा किया था। राजीव गांधी युवा मितान क्लब द्वारा किए गए गरबा के आयोजन में संजारी बालोद विधानसभा क्षेत्र की विधायक संगीता सिन्हा ने भी शिरकत की थी। गरबा में लोगों को थिरकता देख विधायक खुद को रोक नहीं पाईं और जमकर झूमी।
अनिला भेंडिया और संगीता सिन्हा नृत्य करती हुईं।
खुद के बीच विधायक को पाकर खुश हुई जनता
खुंदनी गांव की पूर्व सरपंच और गरबा कार्यक्रम का हिस्सा रहीं सत्यभामा साहू ने कहा कि विधायक को अपने बीच थिरकता देखना एक अलग अनुभव था। एक तरह जहां कई सारी बंदिशें रहती हैं, वहीं दूसरी ओर जनता की खुशी में विधायक संगीता सिन्हा शामिल हुईं और गरबा करते हुए मां की भक्ति भी की।
विधायक गुलाब कमरो और कलेक्टर ने किया था डांस
20 दिन पहले मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के ग्राम हर्रा के चोतकी पानी धाम में आयोजित भागवत राम कथा में विधायक गुलाब कमरो और कलेक्टर पीएस ध्रुव जमकर झूमते हुए नजर आए थे। भक्तिमय माहौल में दोनों खुद को रोक नहीं सके और भजनों पर झूमने लगे। मनेन्द्रगढ़ जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर ग्राम हर्रा के चोतकी पानी में बीते 10 जनवरी से भागवत कथा का आयोजन किया गया है। यहां हनुमान मंदिर में मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा की गई है।3 किलोमीटर तक कच्चे रास्ते से होते हुए मंगलवार को कलेक्टर पीएस ध्रुव और विधायक गुलाब कमरो यहां साथ में पहुंचे थे। यहां चल रही भागवत कथा में इनका अलग ही अंदाज देखने को मिला।
कलेक्टर पीएस ध्रुव और विधायक गुलाब कमरो।
कलेक्टर ने कथा में मौजूद लोगों से आध्यात्म के रास्ते पर चलने की अपील करते हुए कबीर के दोहे भी सुनाए। उन्होंने कहा कि आज के आधुनिक जीवन में लोग मोबाइल पर ही भगवान के दर्शन कर हाथ जोड़ लेते हैं, लेकिन हमें मंदिर जाना चाहिए, क्योंकि वहां का एक अलग ही महत्व है और पवित्र स्थलों में एक अलग ही शक्ति होती है।
कलेक्टर ने विधायक गुलाब कमरो के साथ भागवत कथा में ”मैं जहां भी रहूं बरसाना मिले” भजन पर आधे घंटे तक झूमते नजर आए। इस दौरान कलेक्टर के साथ वहां मौजूद महिलाएं और पुरुष भी भजन गाने और नाचने लगे। आपको बता दें कि कलेक्टर पीएस ध्रुव अपने अनोखे अंदाज के लिए जाने जाते हैं। इससे पहले कलेक्टर किसान के खेत में फसल काटते हुए भी नजर आए थे, तो वहीं सड़क पर मजदूर की तरह काम करते हुए भी दिखाई दे चुके हैं। वे कई बार स्कूलो में शिक्षक के तौर पर क्लास लेते हुए भी नजर आ चुके हैं।
मांदर की थाप पर जमकर थिरके थे ननकीराम कंवर
कोरबा जिले के रामपुर विधानसभा अंतर्गत ग्राम पंचायत गेराव के आश्रित ग्राम कमरन में 16 जनवरी की रात गौरा-गौरी कार्यक्रम का आयोजन हुआ था। इसमें छत्तीसगढ़ के पूर्व गृह मंत्री ननकीराम कंवर ने भगवान शिव, पार्वती और ग्राम के देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना की। कार्यक्रम में पूर्व गृहमंत्री ननकीराम मांदर की थाप पर जमकर थिरके थे। उन्होंने खुद मांदर बजाई और ग्रामीणों के साथ ताल से ताल मिलाते हुए नृत्य किया।
पूर्व गृहमंत्री ननकीराम झूमते-नाचते हुए।
उन्होंने शिव-पार्वती और ग्राम के देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना कर प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की। यहां जिले भर से लोग भारी संख्या में पहुंचे हुए थे। कार्यक्रम में विभिन्न ग्रामों के गौरा पार्टी एवं कलाकारों ने अपनी कला का मनमोहक प्रदर्शन किया। आदिवासी समाज हर साल गौरा-गौरी कार्यक्रम का आयोजन करता है। इसे बड़े ही धूमधाम से वनांचल क्षेत्रों में मनाया जाता है।रामपुर विधायक ननकी राम कंवर ने ग्रामीणों की इच्छा पर मांदर बजाकर लोगों का मन मोह लिया। ग्रामीणों ने बताया कि ननकीराम कंवर में युवाओं की तरह ऊर्जा है, वे राजनीति के साथ-साथ सामाजिक कार्यों को भी समय देते हैं। वे इस उम्र में भी सामाजिक कार्यक्रमों में काफी सक्रिय रहते हैं।
CM भूपेश बघेल भी छत्तीसगढ़ राज्योत्सव में जमकर थिरके थे
रायपुर में 1 नवंबर 2022 को राज्योत्सव के शुभारंभ के मौके पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी मांदर की थाप पर जमकर थिरके थे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने आदिवासी नगाड़ा बजाकर इसका औपचारिक उद्घाटन किया था।
गौर मुकुट और मांदर के साथ मुख्यमंत्री और स्पीकर।
मांदर की थाप पर मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष जमकर झूमे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था कि मनुष्य का इतिहास जितना पुराना है, उतना ही पुराना नृत्य का इतिहास है। दुनियाभर के आदिवासियों की नृत्य शैली, वाद्ययंत्र में समानता है। आदिम नृत्य की यह परंपरा एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक आई है, इस तरह से हम आज यहां पहुंचे हैं।
जब झूमने लगे छत्तीसगढ़ के मंत्री लखमा
छत्तीसगढ़ के आबकारी मंत्री कवासी लखमा भी 9 महीने पहले सुकमा में खूब थिरके थे। सुकमा जिले के दोरनापाल में शीतला माता के मंदिर में 3 दिवसीय मेले का आयोजन किया गया था। इस मेले में शामिल होने आबकारी मंत्री और कोंटा विधायक कवासी लखमा भी पहुंचे थे। यहां देवी की पूजा-अर्चना के समय वे पारंपरिक वेशभूषा धोती पहने।
ढोल की धाप पर कवासी लखमा जमकर झूमे।
फिर सिरहा-गुनिया के साथ उन्होंने देवी की आराधना की। इसके बाद वे ढोल की थाप पर झूमने लगे। मंत्री कवासी लखमा की इस भक्ति-भावना को देखने लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। इसके अलावा भानुप्रतापपुर उपचुनाव में कांग्रेस को मिली बड़ी जीत के बाद भी मंत्री कवासी लखमा जश्न में झूमते नजर आए थे। इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी सावित्री मंडावी को जीत हासिल हुई है।