लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव ने 162 करोड़ 66 लाख रूपये से बनने वाली आपचंद मध्यम सिंचाई परियोजना का सागर जिले के रहली में भूमि-पूजन किया। उन्होंने कहा है कि इस परियोजना से लगभग एक दर्जन गाँव के किसानों को सिंचाई के लिये जल मिलेगा। परीयोजना से किसानों को पानी की कोई कमी नहीं आयेगी और रहली क्षेत्र के किसानों की आय दोगुनी हो जायेगी।
मंत्री भार्गव ने कहा कि वर्तमान में कई देशों में पानी की कमी है। हमारे देश में कई ऐसे राज्य एवं जिले हैं, जहाँ पानी की कमी होने से पानी की बचत की जाती है। प्रकृति ने हमें इस क्षेत्र में सुनार, गधेरी और कोपरा नदियाँ दी हैं। बांध बनने के बाद आस-पास के नलकूप, बोरवेल और कुओं का जल-स्तर बढ़ेगा।
मंत्री भार्गव ने कहा कि शाहपुर के पास साजली नदी पर पेयजल के लिए डैम बना है। पेयजल के लिए क्षेत्र के 108 गाँव में पाइप लाइन बिछाई जा रही है। यहाँ घरों में टोंटी से जल आएगा। जल, जंगल और जमीन पर सभी का हक है। नर्मदा नदी प्रदेश की जीवन रेखा है। नर्मदा नदी से सिंचाई और पीने के लिए जल मिलता है।
मंत्री भार्गव ने कहा कि सिंचाई परियोजना से 12 हजार एकड़ कृषि भूमि को सिंचाई के लिए पाइप लाइन से पानी दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि जिन किसानों की जमीन परियोजना से डूब में आयेगी, उन्हें प्रति हेक्टेयर 8 लाख रूपये मुआवजा राशि दी जायेगी और घर बनाने के लिए पाँच लाख रूपये के साथ प्लाट भी नि:शुल्क दिया जायेगा। प्रभावित किसानों को प्रति माह 3 हजार रूपये जीवन निर्वाह भत्ता दिया जायेगा। प्रभावित पशु मालिकों, छोटे व्यापारियों को शेड निर्माण के लिए 25 हजार रूपये और पुनर्स्थापना के लिए 50 हजार रूपये दिए जाएंगे। पक्की सड़क, शौचालय, आँगनवाड़ी भवन बनाए जायेंगे। सिंचाई परियोजना से चनौआ खुर्द, बडखेरा गौतम, भौदहार, बसारी, बेलई, भटोली, कदला, कुमेरिया, वगरोन, चंदौला, मुर्गा दरारिया, ऊमरा, चौका, चंद्रपुरा, बोरई, रतनारी, पहरेह, खनपुरा आदि ग्रामों के किसानों की खेती सिंचित हो जायेगी।
मंत्री भार्गव ने कहा कि नर्मदा नदी पर बने बाँधों से बिजली बनाई जा रही है। रहली क्षेत्र की सुनार, गधेरी, कोपरा नदी पर डैम बनाए जा रहे हैं। कोपरा नदी का डैम बनने से इसका पानी दमोह, पथरिया विधानसभा तक जाएगा।