कलेक्टर जितेन्द्र कुमार शुक्ला ने जिले के किसानों से गौठानों में चारे की व्यवस्था के लिए पैरा-दान करने की अपील किए है। ज्ञात हो कि गांवों में पशुधन के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए गौठान बनाए गए है। इन गौठानों में गोधन के चारे एवं पानी का निःशुल्क प्रबंध गौठान समितियों द्वारा किया गया है। पशुधन के लिए गौठानों में सूखे चारे का पर्याप्त प्रबंध हो सके, इसके लिए किसान से आग्रह है कि धान की कटाई के बाद खेतों में पैरा को जलाने के बजाय अपने गांव की गौठान समिति को दान करें। इससे गोधन के लिए चारे का इंतजाम करने में समितियों को आसानी होगी।
कलेक्टर ने कहा कि वर्तमान में धान कटाई और मिंजाई का काम तेजी से चल रहा है। धान की कटाई के बाद पराली जलाने के बजाय पैरा को अपने नजदीक के गौठान में दान करने का आग्रह किए है। खेतों में पराली जलाने से प्रदूषण एवं स्वास्थगत समस्याएं पैदा होती है। यह नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल का भी उल्लंघन है।