प्राकृतिक सौन्दर्य से परिपूर्ण 40 से ज्यादा बाघ और 249 प्रजाति के पक्षियों को अपने में समेटे रातापानी अभयारण्य का 47वाँ स्थापना दिवस आज वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में मनाया गया। प्रमुख सचिव वन अशोक वर्णवाल ने अभयारण्य के स्थापना दिवस और यहाँ पर्यटकों को दी जा रही सुविधाओं के लिये प्रबंधन एवं संरक्षण से जुड़े अमले को बधाई दी।
उल्लेखनीय है कि रातापानी अभयारण्य की स्थापना 2 जुलाई 1956 को हुई थी। रायसेन जिलें के औब्दुलागंज वन मण्डल में स्थित रातापानी अभयारण्य वन्य प्राणियों और पक्षियों के लिए उपयुक्त रहवास है, जो 8259 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में विस्तारित है।
प्रदर्शनी का शुभारंभ
प्रमुख सचिव वन वर्णवाल ने रातापानी अभयारण्य की धरोहर पर केन्द्रित प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। प्रदर्शनी में भित्ती चित्र, जल-प्रपात, ऐतिहासिक महल, बावड़िया, पक्षी विविधताओं को प्रदर्शित किया गया है। उन्होंने रातापानी अभयारण्य पक्षी सर्वेक्षण रिपोर्ट, वन-विहार इंसेक्ट सर्वे रिपोर्ट, वन विहार बटर फ्लाई कंजर्वेशन रिपोर्ट और वन विहार सोशल मीडिया प्लेट फार्म पोस्टर का विमोचन किया। साथ ही वन विहार साफ्टवेयर वेस्ड ऑनलाईन टिकिटिंग अपग्रेडेशन का शुभारंभ किया।
मुख्य वन संरक्षक एवं संचालक वन विहार एच.सी. गुप्ता ने वन विहार की गतिविधियों और वन मण्डलाधिकारी औब्दुल्लागंज ने रातापानी अभयारण्य की संक्षेपिका प्रस्तुत की।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख आर.के गुप्ता, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य प्राणी) जसवीर सिंह चौहान सहित वन विभाग के अधिकारी और सेवानिवृत्त वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।