गडकरी ने अमृतसर के लिए ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे की मांग को स्वीकार किया

गडकरी ने अमृतसर के लिए ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे की मांग को स्वीकार किया

नई दिल्ली : केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग तथा एमएसएमई मंत्री श्री नितिन गडकरी ने आज दिल्ली-अमृतसर एक्सप्रेसवे के हिस्से के रूप में सुल्तानपुर लोधी, गोइंदवाल साहिब, खादूर साहिब के बरास्ते नाकोदर से अमृतसर शहर के लिए एक नये ग्रीनफील्ड सम्पर्क-मार्ग को विकसित करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि अमृतसर से गुरुदासपुर तक की सड़क भी पूरी तरह विकसित होगी तथा इसे पूरी तरह सिग्नल मुक्त बनाया जाएगा। इसकी वजह से, सड़क मार्ग के यात्रियों के पास नाकोदर से गुरुदासपुर से आगे यात्रा करने का विकल्प होगा अर्थात वे अमृतसर के रास्ते भी जा सकते हैं और करतारपुर के रास्ते भी। मंत्री ने कहा कि यह ग्रीनफील्ड मार्ग न केवल अमृतसर शहर के लिए बल्कि सुल्तानपुर लोधी, गोइंदवाल साहिब, खादूर साहिब तथा हाल ही में विकसित डेरा बाबा नानक/करतारपुर साहब अंतरराष्ट्रीय गलियारा के लिए भी सबसे छोटा और वैकल्पिक एक्सप्रेस सम्पर्क-मार्ग उपलब्ध कराएगा।

श्री गडकरी ने जानकारी दी कि इस एक्सप्रेसवे के साथ अमृतसर से दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की यात्रा की दूरी वर्तमान आठ घंटों से घटकर लगभग चार घंटे की हो जाएगी। उन्होंने कहा कि यह पंजाब के लोगों की एक चिर प्रतीक्षित मांग को पूरी करेगा। एक्सप्रेसवे के पहले चरण में लगभग 25,000 करोड़ रुपये का निवेश शामिल होगा।

सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने भारतमाला परियोजना के तहत दिल्ली अमृतसर कटरा एक्सप्रेसवे का विकास आरंभ किया है। एक्सप्रेसवे को जनवरी 2019 में अंतिम रूप दिया गया और भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया आरंभ हो गई। हाल ही में अमृतसर के लिए एक्सप्रेसवे का मुद्दा खाद्य प्रसंस्करण मंत्री श्रीमती हरसिमरत कौर बादल और नागरिक उड्डयन, आवासन तथा शहरी मामले राज्य मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी द्वारा केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी के समक्ष उठाया गया है। यह मुद्दा सांसद (राज्यसभा) श्री श्वेत मलिक, सांसद (लोकसभा) श्री गुरजीत सिंह औजला, पंजाब सरकार, सिख संगठनों एवं अन्य जन प्रतिनिधियों द्वारा भी उठाया गया।

उल्लेखनीय है कि आरंभ में जम्मू एवं कश्मीर की सरकार ने दिल्ली-कटरा एक्सप्रेसवे का प्रस्ताव रखा था। बहरहाल, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री गडकरी ने परिकल्पना की कि शहर के धार्मिक महत्व को देखते हुए, जहां प्रति वर्ष चार मिलियन से अधिक पर्यटक यात्रा करते हैं, प्रस्तावित एक्सप्रेसवे को अमृतसर से गुजरना चाहिए और इस प्रकार भारतमाला के तहत दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे की संकल्पना अस्तित्व में आई।

अमृतसर तक सम्पर्क मार्ग के मुद्दे पर चर्चा करने एवं इसके समाधान के लिए श्री नितिन गडकरी की अध्यक्षता में एक वीडियो कॉन्फ्रेंस बैठक का आयोजन किया गया जिसमें पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह, केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री श्रीमती हरसिमरत कौर बादल, केंद्रीय आवासन तथा शहरी मामले राज्य मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी, डोनर राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. जितेंद्र सिंह, राज्य मंत्री ( सड़क परिवहन एवं राजमार्ग) जनरल वी के सिंह, सांसद (राज्य सभा) श्री श्वेत मलिक, सांसद (लोकसभा) श्री गुरजीत सिंह औजला, पंजाब सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री श्री अनिल जोशी, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग के सचिव, एनएचएआई के अध्यक्ष एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में उपस्थित थे।

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