रायपुर। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने साफ किया कि वे कांग्रेस में बने रहेंगे। मैं कांग्रेस में हूं और हमेशा रहूंगा। भाजपा में कभी जाने का सवाल ही नहीं है। उनके साथ कई मुद्दों पर विरोध है। वैसे भी भाजपा वाले मुझे मुख्यमंत्री नहीं बनाएंगे। उन्होंने कहा मेरे परिवार की पांच पीढ़ी कांग्रेस से जुड़ी रही। पार्टी से उनकी नीति और विचारों के आधार पर जुड़ा हूं। आगे हाईकमान जो निर्णय लेगा उसे मानेंगे।
रायपुर प्रेस क्लब के रूबरू कार्यक्रम में पत्रकारों से चर्चा में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा, आप के लोगों ने उनसे संपर्क किया है। लेकिन खुलकर कहता हूं केजरीवाल से मेरी मुलाकात कभी नहीं हुई है। सिंहदेव ने कहा, उन्हें नहीं लगता कि छत्तीसगढ़ में आम आदमी पार्टी का कोई असर है। राज्य में फिलहाल आप तीसरा विकल्प नहीं है। इस बातचीत के दौरान उन्होंने साफ किया कि वे कांग्रेस में बने रहेंगे। मैं कांग्रेस में हूं और हमेशा रहूंगा। भाजपा में कभी जाने का सवाल ही नहीं है। उन्होंने प्रदेश में संख्या बल के आधार पर मुख्यमंत्री बनने को लेकर कहा कि चुनाव के बाद चार लोगों को नाम मुख्यमंत्री के लिए चर्चा में आया। कांग्रेस हाईकमान ने इनमें से एक नाम को तय किया उनके निर्णय को माना गया है।
एक चाहत बची है, उम्मीद है पूरी होगी
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने इस दौरान अपनी एक अधूरी चाहत की ओर भी इशारा किया। उन्होंने कहा, एक चाहत अभी बची हुई है। संकेत हुआ है, उसके लिए प्रयास कर रहे हैं। उम्मीद है कि पूरी होगी। बातें हुई हैं। सब कुछ सकारात्मक है। इस पर अंतिम निर्णय अभी नहीं हुआ है। जल्द डिलीवरी हो जाएगी। समय आ गया है उसे अंजाम तक ले जाने का।
पिता ने किया था राजनीति में आने से मना
राजनीतिक जीवन को लेकर एक सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा, उनके पिताजी ने राजनीति में आने से मना किया था। शायद यह बात उनके सरल व्यवहार को लेकर था। सीएम बनने को लेकर पूछे एक सवाल पर उन्होंने कहा, जो बनना था वह बन गया। कुछ बनना बाकी है, उसकी चर्चा होती रहती है। प्रयास जारी है। सिंहदेव ने कहा, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जब उन्हें मंत्री बनाया तो अपना विभाग चुनने की अवसर दिया था। 40 साल से राजनीति में हूं। नगरपालिका अध्यक्ष के तौर पर मैने 1983 में अपनी राजनीति शुरू की थी।
पीएम आवास फंड की कमी से नही हो पाया
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने अपने विभागीय काम भी गिनाए। जीएसटी, पंचायत और स्वास्थ्य विभाग में किए गए कार्याें के बारे में बताया। उन्होंने कहा, उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं में बेहतर काम का दावा किया। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में यहां अच्छा काम हुआ है। पेसा कानून के नियम बनकर तैयार हैं। ग्रामीण आवास का काम फंड की कमी से नहीं हो पाया उसका उन्हें मलाल है। उन्होंने कहा पिछली सरकार ने लोन लेकर राज्यांश की राशि उपलब्ध कराया था।