रायपुर । राज्यसभा सांसद फूलोदेवी नेताम ने संसद में शून्य काल के माध्यम से सरकार से टीबी उन्मूलन के लिए उत्तरदायी स्वास्थ्य प्रणाली लागू करने की मांग की। नेताम ने कहा कि टीबी की बीमारी लम्बे समय से भारत के लिए बडी स्वास्थ्य समस्या बना हुआ है जो समाज के सबसे कमजोर वर्गों को विषम रूप से प्रभावित कर रहा है।
उन्होंने कहा कि WHO की ग्लोबल टीबी रिपोर्ट-2021 के अनुसार 26 लाख टीबी मरीज यानि विश्व के एक चौथाई भारत में हैं। टीबी केस मृत्यु दर वर्ष 2019 में 17 प्रतिशत से बढकर 2020 में 20 प्रतिशत हो गई। 2019 में टीबी के 24 लाख मामलों की तुलना में वर्ष 2020 में 18 लाख मामले दर्ज किए गए। कोरोना के कारण टीबी मरीजों का टेस्ट, ट्रीट और ट्रेक नहीं हो पाया।
नेताम ने यह भी कहा कि कोविड-19 महामारी के प्रबंधन के लिए स्वास्थ्य सेवा पर बढे बोझ ने भारत में टीबी नियंत्रण उपायों को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। अब जब भारत कोविड महामारी से धीरे-धीरे बाहर निकल रहा है तो एक बार फिर से टीबी रोग पर प्रमुखता से ध्यान देने की आवश्यकता है।
नेताम ने सरकार से आग्रह किया है कि टीबी रोग के उन्मूलन के लिए सरकार एक उत्तरदायी स्वास्थ्य प्रणाली को लागू करे जिससे गरीब, कमजोर वर्ग के मरीज टीबी की बीमारी से मरने से बच सकेंगे।